प्रधानमंत्री स्व निधि के प्रकरण स्वीकृत नही करने पर हुई कार्रवाई
शाजापुर। आमजन के साथ दुव्र्यवहार करने और प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के तहत दस हजार रुपए का हितग्राहियों को बिना ब्याज का ऋण नही देने के मामले में प्रशासन ने एसबीआई बैंक शाखा को सील कर दिया है। इस दौरान बैंक अधिकारी और कर्मचारियों की प्रशासनिक अमले के साथ बहस भी हुई, लेकिन अंतत: प्रशासन ने सख्ती के साथ बैंक पर ताला जड़ ही दिया। अपर कलेक्टर मंजूषा राय ने बताया कि टंकी चौराहा स्थित एसबीआई मगरिया बंैक शाखा के प्रबंधक और कर्मचारियों का आमजन के साथ अच्छा व्यवहार नही है। साथ ही जनकल्याणकारी प्रधानमंत्री स्व निधि योजना के प्रकरण भी प्रबंधक द्वारा स्वीकृत नही किए जा रहे थे, जिसके चलते बैंक को सोमवार को सील किया गया। अपर कलेक्टर ने बताया कि दोपहर को तहसीलदार, नायब तहसीलदार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी को बैंक सील करने के लिए भेजा गया था, किंतु बैंक कर्मचारियों ने बैंक को सील नही करने दिया था जिसके बाद शाम को दोबारा अमला बैंक पहुंचा और पुलिस की मदद से बैंक कर्मचारियों को बाहर निकालकर बैंक को सील किया गया।
नियम विरूद्ध चल रही थी बैंक
अपर कलेक्टर मंजूषा राय ने बताया कि मगरिया बैंक शाखा के संचालन का लायसेंस मगरिया क्षेत्र का है, लेकिन इसके बाद भी बैंक को नियम विरूद्ध ढंग से टंकी चौराहा क्षेत्र में संचालित किया जा रहा है। वहीं जिस भवन में बैंक का संचालन हो रहा है वह भवन भी आवासीय प्रयोजन के लिए है, जबकि उसका व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा था। इसीके साथ बैंक द्वारा प्रधानमंत्री स्व निधि ऋण प्रकरण को स्वीकृत करने में भी बैंक द्वारा लापरवाही बरती जा रही थी। स्व निधि योजना के तहत बैंक द्वारा ठेला व्यापारियों को दस हजार रुपए का बिना ब्याज वाला ऋण दिया जाना है, लेकिन बैंक इस ऋण को स्वीकृत ही नही कर रही थी जिसके कारण उसे सील किया गया।
कर्मचारियों को पुलिस ने बैंक से निकाला बाहर
कलेक्टर दिनेश जैन के निर्देश पर सोमवार दोपहर को प्रशासनिक अमला टंकी चौराहा स्थित एसबीआई मगरिया बैंक शाखा को सील करने पहुंचा, लेकिन यहां बैंक कर्मचारियों ने अमले के साथ बदसुलूकी की और अमले को बिना बैंक सील किए ही लौटना पड़ा। इसके बाद शाम करीब 4 बजे अपर कलेक्टर मंजूषा राय भारी पुलिसबल के साथ बैंक पहुंची और बैंक कर्मचारियों को पुलिस की मदद से बाहर निकालकर बंैंक सील करने की कार्रवाई की। हालांकि इस दौरान भी बैंक कर्मचारियों ने अधिकारियों के साथ अभद्रता की।