महाकाल पुलिस ने दर्ज किया केस, पूछताछ जारी
उज्जैन, अग्निपथ। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में फर्जी प्रोटोकॉल अधिकारी बनकर प्रवेश करने वाले युवक के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। युवक को बड़ी और ख्यात हस्तियों के साथ फोटो खिंचवाने का शौक है और इसी शौक के चलते वह रूद्रसागर स्थित सम्राट अशोक सेतु के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ फोटो खिंचवाने के लिए पहुंचा था, लेकिन पकड़ा गया। मामले में महाकाल पुलिस ने उस पर प्रकरण दर्ज कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
विगत शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रुद्रसागर में बने सम्राट अशोक सेतु का लोकार्पण कर रहे थे तभी सीएम कार्यालय भोपाल के प्रोटोकॉल अधिकारी का आईडी कार्ड लटकाए और नकली वॉकी-टॉकी लेकर कोट पहने एक युवक सीएम की ओर बढ़ रहा था, उसके संदिग्ध हावभाव को देखकर पुलिसकर्मियों ने उससे पूछताछ की तो उसने खुद को प्रोटोकॉल ऑफिसर बताते हुए अपना नाम सिद्धार्थ पिता प्रदीप जैन बताया। उसके पास से मुख्यमंत्री कार्यालय वल्लभ भवन, भोपाल का एक आईडी कार्ड भी मिला। वॉकी-टॉकी चैक किया तो वह भी नकली था। जांच में फर्जी प्रोटोकॉल अधिकारी का पता चलते ही महाकाल पुलिस ने सिद्धार्थ जैन को गिरफ्तार कर लिया।
इंदौर का रहने वाला है फर्जी प्रोटोकॉल अधिकारी
टीआई एनबी सिंह परिहार ने बताया 37 वर्षीय सिद्धार्थ जैन नामक युवक इंदौर के सुदामानगर का रहने वाला है, फिलहाल वह अशोकनगर में रहने वाले मुकुंद मिश्रा के मकान में किराए से रह रहा है। पूछताछ में उसने पंजाब नेशनल बैंक की फ्रीगंज शाखा के स्टार हेल्थ बीमा कंपनी में कार्यरत होना बताया है। फिलहाल उसके खिलाफ कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि उसकी पत्नी ने उस पर दहेज प्रताडऩा का केस लगाया था। वह उससे अलग रहती है।