आईडी कार्ड और वॉकी-टॉकी मिला, पुलिस ने हिरासत में लिया
उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार की शाम रूद्रसागर स्थित अर्जुन सेतु का उदघाटन करते समय एक युवक मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान मंच के पास तक पहुंच गया। उसे सीएम प्रोटोकॉल का अधिकारी बनकर मंच तक पहुंचते देखा तो पुलिस को शक हुआ। जिसके बाद उसे तुरंत पकड़ लिया गया। तलाशी लेने पर युवक के पास से सीएम प्रोटोकॉल का आईडी कार्ड और एक वॉकी-टॉकी बरामद हुआ। पुलिस फिलहाल युवक से पूछताछ कर रही है। इस बात की जांच की जा रही है कि वह किस मकसद से कार्यक्रम में घुसा था।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को उज्जैन में कई कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। शाम को वे महाकाल मंदिर में रुद्रसागर पर बने सम्राट अशोक सेतु के लोकार्पण समारोह में पहुंचे थे। वहां बड़ी संख्या में लोग सीएम का संबोधन सुनने के लिए मौजूद थे। सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात था। इसी बीच, कोट पैंट पहने एक युवक को पुलिस अधिकारियों के बीच घूमते देख एडिशनल एसपी नितेश भार्गव को संदेह हुआ।
युवक के गले में सीएम प्रोटोकॉल का आईडी कार्ड था और हाथ में वॉकी-टॉकी भी थी। जब पुलिस अधिकारियों ने उसे रोका और पूछताछ की, तो उसने खुद को सीएम सुरक्षा अधिकारी बताया। लेकिन जब पुलिस ने गहराई से जांच की, तो मामला संदिग्ध लगा। जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर महाकाल थाने भेज दिया गया।
किस मकसद से आया, पुलिस कर रही जांच
अब तक पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर पाई है कि युवक किस उद्देश्य से कार्यक्रम में घुसा था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और यह भी जांच कर रही है कि क्या वह किसी साजिश या बड़े नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं है। इसके अलावा, पुलिस युवक की मानसिक स्थिति का भी आकलन कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आईडी और वॉकी-टॉकी उसे कहां से मिली। मामले में पुलिस जल्द ही और खुलासे कर सकती है।
आईडी और वॉकी-टॉकी बरामद
जब पुलिस ने युवक की तलाशी ली, तो उसके पास से मध्यप्रदेश शासन, मुख्यमंत्री कार्यालय, वल्लभ भवन भोपाल’ का आईडी कार्ड बरामद हुआ, जिस पर नाम सिद्धार्थ जैन, पद प्रोटोकॉल ऑफिसर और आईडी नंबर 2908527 दर्ज था। इसके अलावा, उसके पास एक वॉकी-टॉकी भी मिला, जिस पर मध्यप्रदेश शासन का स्टिकर लगा हुआ था। पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें पुलिस युवक को थाने ले जाती हुई दिख रही है। वीडियो में युवक खुद को सीएम सुरक्षा अधिकारी बताता हुआ भी सुनाई दे रहा है।