एडमिन बनकर सट्टे की ऑनलाइन लिंक का देता था पासवर्ड

गिरोह के 7 लोग हिरासत में, 5.27 लाख नगद के साथ 12 मोबाइल जब्त

उज्जैन। सट्टे का कारोबार अब ऑनलाइन तरीके से किया जाने लगा है। जिसमें ऑनलाइन लिंक के माध्यम से आईडी जारी की जाती है, और निश्चित राशि जमा करने के बाद क्रिकेट मैच पर हार-जीत का दांव लगाया जा सकता है। ऐसा ही खुलासा सोमवार को पुलिस ने कारोबार से जुड़े 7 लोगों को हिरासत में लेकर किया है।

एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने दोपहर में मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार शहर में ऑनलाइन लिंक के माध्यम से आईडी पासवर्ड देकर क्रिकेट के साथ अन्य खेलों पर सट्टे का कारोबार किये जाने की जानकारी मिल रही थी। जिसका पर्दाफाश करने के लिये शहर झोन 1-2 के एएसपी अमरेन्द्रसिंह और रविन्द्र वर्मा के निर्देशन में सीएसपी वंदना चौहान, महिला प्रकोष्ठ एएसपी सोनू परमार, टीआई दिनेश प्रजापत और सायबर सेल प्रभारी योगेन्द्रसिंह सिसौदिया की टीम बनाई गई। चार-पांच दिनों से टीम लगातार अपने काम में लगी थी।

सोमवार तडक़े जिसमें सफलता मिल गई। ऋषिनगर क्षेत्र से होंडा जेएस कार क्रमांक एमपी 13 सीसी 2534 में सवार एक युवक अपने भाई के साथ श्रीलंका-वेस्टइंडीज के टी-20 मैच पर सट्टा करते पकड़ा गया। जिसके पास से एक लेपटॉप, सूटकेस में छुपाकर बनाई गई ऑनलाइन लिंक सिस्टम के साथ 4 मोबाइल, कार और 27 हजार रुपये जब्त किये गये। पूछताछ करने में बड़ी सफलता हाथ लग गई। कारोबार से जुड़े पूणे (महारष्ट्र) के मु य सरगना दो भाई के साथ 3 अन्य युवक भी हिरासत में आ गये। जिनके पास से 12 मोबाइल, 5 लाख 27 हजार की नगद राशि बरामद की गई है। सट्टा करोबार गिरोह से जुड़े दो लोग फरार होना सामने आये है। जिनकी तलाश की जा रही है।

गिरोह अंतर्राज्यीय स्तर पर ऑनलाइन क्रिकेट के सट्टे का कारोबार कर रहा था। जिनके खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66 (घ), के साथ 420, 120, 468 भादवि में प्रकरण दर्ज कर पूछताछ की जा रही है। मंगलवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।

होटल अंजुश्री में ठहरे थे 2 भाई

एसपी ने बताया कि मुख्य सरगना भाई पूणे से आकर इंदौररोड स्थित होटल अंजुश्री में ठहरे थे। दोनों अपने द्वारा दी गई ऑनलाइन लिंक का पैसा लेने के लिये आये थे। उन्होंने ऋषिनगर में रहने वालों भाइयों को लिंक दी थी, दोनों भाई शहर में अपने से जुड़े सट्टा करोबार करने वालों से 10 हजार से 1 लाख तक की राशि जमाकर लिंक का पासवर्ड देते थे।

उसके बाद उक्त पासवर्ड प्राप्त करने वाले हार जीत का दांव लगाते थे। एसपी ने यह भी बताया कि गिरोह से जुड़े लोग भारत-इग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट मैच पर दांव लगा रहे थे, लेकिन मैच तीन दिनों में खत्म हो गया। जिसके बाद श्रीलंका-वेस्टइंडीज के मैच पर दांव लगाने लगे थे। गिरोह के तार मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा से जुड़े हुए है।

लेपटॉप में करोड़ो का हिसाब

बताया जा रहा है कि ऋषिनगर में रहने वाला प्रभात उर्फ यश उर्फ कुणाल चौहान और उसका भाई प्रकाश स्थानीय बुकी की भूमिका निभाते हैं। उनके पास से जब्त किये गये लेपटॉप में करोडों का हिसाब होना सामने आया है। वहीं सूटकेस में छुपाकर बनाए गए ऑनलाइन सिस्टम में वाइस रिकार्डिंग भी मिली है। पूणे के रहने वाले पंकज उर्फ पवन पिता दिलीप वरियानी और आशीष वरियानी है।

हिरासत में आये गिरोह से जुड़े अन्य सटोरियों में रवि पिता जालमसिंह चौहान निवासी इंदिरानगर नागझिरी, दीपक पिता पन्नालाल प्रजापति ऋषिनगर और शरद पिता देवीसिंह चौहान निवासी देसाईनगर है। फरार सटोरियों में राकेश यादव नानाखेडा के साथ जयेश आहूजा निवासी शास्त्रीनगर शामिल है।

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