सेहरा दर्शन के बाद आज होगी सालभर में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मारती

प्रशासनिक अधिकारियों ने सपत्नीक की महाकाल की शासकीय पूजा

उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर गुरुवार दोपहर 12 बजे परम्परानुसार उज्जैन तहसील की ओर से भगवान का शासकीय पूजन हुआ। पूजन में संभागायुक्त संदीप यादव, एडीजी योगेश देशमुख, कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल एवं मंदिर प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी सम्मिलित हुए। पूजन शासकीय पुजारी घनश्याम शर्मा द्वारा करवाया गया।

इसके बाद सायं 4 बजे होलकर एवं सिंधिया स्टेट की ओर से पूजन हुआ। संध्या आरती 5.30 बजे संपन्न हुई। इधर शुक्रवार को सालभर में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मारती होगी। भगवान महाकाल 12 मार्च को पुष्प सेहरा धारण कर श्रद्धालुओं को अपने दिव्य रूप में दर्शन देंगे। महाशिवरात्रि पर्व 11 मार्च की प्रात: भस्मार्ती से अगले दिन 12 मार्च की रात्रि को पट मंगल होने तक भगवान महाकाल के पट खुले रहेंगे। श्री कोटेश्वर भगवान का पूजन रात्रि 8 बजे से 10 बजे होगा।

भगवान महाकाल को रात्रि 10.30 बजे के बाद जलपात्र से जल चढऩा बंद हो जायेगा तथा महाभिषेक प्रारंभ होगा, जिसमें पंचामृत, पांच प्रकार के फलों के रस, गंगाजल, गुलाब जल, भांग आदि सामग्री के साथ केशर मिश्रित दूध से अभिषेक व गर्म जल से स्नान कराया जाएगा। अभिषेक पश्चात नए वस्र धारण कराकर सप्त धान्य मुखारविन्द धारण कराया जाएगा। इसके पश्चात सप्तधान्य महाकाल को अपर्ण किया जाएगा।

सेहरा दर्शन के बाद भस्मारती

इसके बाद महाशिवरात्रि के अगले दिन शुक्रवार प्रात: 4 बजे से सेहरा चढऩा और प्रात: 6 बजे सेहरा आरती होगी। प्रात: 11 बजे से सेहरा उतरना प्रारंभ होगा। दोपहर 12 से 2 बजे तक भगवान महाकाल की भस्मार्ती होगी। दोपहर 2.30 बजे से 3 बजे तक तक भोग आरती होगी।इस दौरान सुबह 9 से 3 बजे तक आम श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी। संध्या पूजन शाम 5 बजे से 5.45 बजे भगवान को जल चढऩा बंद होगा। शाम 6.30 बजे से 7.15 बजे तक संध्या आरती और रात्रि 10.30 बजे शयन आरती के बाद 11 बजे पट मंगल होंगे।

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