महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने अतिरिक्त पुरोहित बताकर जारी की लिस्ट, वापस लेने का अधिकारियों पर दबाव
उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में पुजारी-पुरोहितों की मांग पर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सभी को 3-3 पुजारी-पुरोहित प्रतिनिधियों को मंदिर में पूजा पाठ और कर्मकांड करवाने की अनुमति प्रदान की गई थी। लेकिन हाल ही में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा जारी लिस्ट में दो पुरोहितों को तीन-तीन अतिरिक्त पुरोहित की सहूलियत दे दी गई है। ऐसे मेें दोनों पुरोहितों के मंदिर में 6-6 प्रतिनिधि काम कर रहे हैं। ऐसे में मंदिर में बेवजह भीड़ बढ़ रही है। इसको लेकर पुजारियों ने अधिकारियों से इसे वापस लेने की मांग की है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में रसूख और अर्थ बल के आधार पर कोई भी काम आसानी से करवाया जा सकता है। पूर्व में 16 पुजारी और 22 पुरोहितों को एक-एक प्रतिनिधि रखने की पात्रता मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रदान की गई थी। इसके बाद इनकी मांग पर दो और बाद में तीन पुजारी पुरोहित प्रतिनिधि को मंदिर में काम करने की पात्रता प्रदान कर दी गई थी।
लेकिन हाल ही में 18 मार्च को मंदिर प्रबंध समिति द्वारा गर्भगृह में संलग्न सूची के अनुसार प्रवेश की पात्रता प्रदान करते हुए एक लिस्ट जारी की गई जिसमें 22 पुरोहितों में से दो पुरोहितों को 3 प्रतिनिधियों के अलावा तीन और अतिरिक्त पुरोहित का नाम जोडक़र इनको मंदिर में कर्मकांड करने की अनुमति प्रदान की गई है। जिस पर पुजारियों में आक्रोश व्याप्त है और वह अधिकारियों पर इन नामों को वापस लेने का दबाव बना रहे हैं।
कौन है दो पुरोहितों के 6 अतिरिक्त पुरोहित
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 18 मार्च को जारी पुजारी-पुरोहितों की सूची के 6 नंबर पर स्थित पुरोहित सुभाष पिता सत्यनारायण शर्मा के 3 प्रतिनिधि आदेश शर्मा, कमल शर्मा और विपिन शर्मा हैं। इनके अलावा मंदिर प्रबंध समिति द्वारा तीन अतिरिक्त पुरोहित विनोद शर्मा, गौरव शर्मा और पवन शर्मा को भी मंदिर में कर्मकांड करने की अनुमति प्रदान की गई है। इसी तरह लिस्ट में 9 नंबर पर सूर्य नारायण पिता स्वर्गीय शिव नारायण जोशी के 3 प्रतिनिधि अशोक जोशी, गजेंद्र जोशी और दीपक जोशी हैं। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा अतिरिक्त लाभ पहुंचाते हुए 3 अतिरिक्त पुरोहित सत्यनारायण जोशी, लोकेश जोशी और आनंद जोशी को भी मंदिर में कर्मकांड करने की अनुमति प्रदान की गई है। इन दोनों को अतिरिक्त पुरोहित की सहूलियत मंदिर प्रबंध समिति द्वारा दी गई है जिस पर मंदिर के पुजारियों को आपत्ति है और उन्होंने इस संबंध में मंदिर के वरिष्ठ अधिकारियों से भी चर्चा की है।
16 पुजारियों के तीन से अधिक प्रतिनिधि नहीं
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा जारी पुजारी पुरोहितों के नाम की लिस्ट में 16 पुजारियों के प्रतिनिधि तीन से अधिक नहीं हैं। कहीं कहीं तो किसी पुजारी का एक भी प्रतिनिधि लिस्ट में नहीं है। किसी के दो तो किसी के तीन प्रतिनिधि हैं। ऐसे में पुजारियों द्वारा दो पुरोहितों के 6 प्रतिनिधि नियुक्त किए जाने पर इनमें आक्रोश व्याप्त है। एक मंदिर समिति सदस्य द्वारा धुलेंडी पर होलिका दहन के समय सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी से इस बाबत चर्चा भी की गई थी। लेकिन अंतोगत्वा मामले का क्या हुआ यह सबके सामने है।