कुएं में भी मिले स्प्रिट के खाली 13 ड्रम, फरार सरपंच पर रासुका, टीआई लाइन अटैच
उज्जैन,अग्निपथ। झिंझर फैक्ट्री मामले में शुक्रवार को पुलिस ने सामुदायिक भवन के कुएं से भी 13 खाली ड्रम बरामद किए हैं। तय है यहां पूर्व में भी कच्ची शराब बनी थी। खास बात यह है कि प्रकरण में फरार भाजपा समर्थित सरपंच पहले अवैध शराब बेचता था। बाद में खुद ही झिंझर की फैक्ट्री डाल एक बोतल स्प्रिट से थोड़ी सी यूरिया मिलाकर छह बोतल शराब बनाने लगा था। जानकारी के अभाव का खामियाजा भैरवगढ़ टीआई को भुगतना पड़ा। वहीं फरार सरपंच पर कलेक्टर ने रासुका की कार्रवाई का कहा है।
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार शाम नागदा रोड स्थित बांसखेड़ी के एक खेत से 8 ड्रमों में भरा 1600 लीटर स्प्रिट मिला था। यहां के सामुदायिक भवन से करीब 35 किलो यूरिया, नोजल व खाली बोतले सहित 16 लाख का माल बरामद हुआ था। पता चला था अवैध शराब की फैक्ट्री सरपंच नरेंद्र पिता मोहन लाल कुमरावत चला रहा था। केस दर्ज कर उसे तलाशा, लेकिन वह हाथ नहीं आया।
मामले में शनिवार को जांच की तो यहां स्थित कुएं से भी स्प्रिट के 13 खाली ड्रम और मिले जिससे तय हो गया यहां पहले भी अवैध शराब बनाई जा चुकी है। मामले में कलेक्टर आशीषसिंह ने फरार सरपंच पर रासुका के आदेश दिए हैं।
कुछ ही रुपए में मौत का सामान
सूत्रों के अनुसार स्प्रिट ब्लैक में एक हजार रुपए लीटर है। वहीं देशी शराब की बोतल 350 रुपए की है। एक बोतल स्प्रिट से छह बोतल शराब बनाते हंै। नशा ज्यादा करने के लिए मुठ्ठी भर यूरिया मिलाते हैं। कम भाव व अधिक नशे के कारण गांव व गरीब बस्तियों में आसानी से बिकती है। हालांकि यूरिया की मात्र अधिक होने पर मौत निश्चित है। याद रहे सात माह पहले ऐसे ही झिंझर से 14 लोगों की मौत हुई थी।
ऐसे शुरू हुई थी झिंझर फैक्ट्री
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी सरपंच कुमरावत पर पूर्व में एससीएसटी एक्ट व हफ्ता वसूली के भी दो केस दर्ज हैं। वह काफी समय से अवैध शराब का धंधा कर रहा था। पहले वह अन्य स्थानों से शराब लाकर बेचता था। वर्ष 2020 में लॉक डाउन के दौरान भी उसने जमकर शराब बेची। लेकिन फिर राजनैतिक वरदहस्त व क्षेत्र में दबदबा होने के कारण सामुदायिक भवन में ही झिंझर की फैक्ट्री डाल ली।
कहां से आया स्प्रिट
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि स्प्रिट सिर्फ सरकारी तौर पर 275 रुपए लीटर ही बेचा जा सकता है। लेकिन सरपंच के पास से 1600 लीटर स्प्रिट मिलने के बाद तय है कि झिंझर की काला बाजारी हो रही है। अब पुलिस पता कर रही है कि आरोपी इतनी भारी मात्रा में स्प्रिट कहां से लाया उसे किसने दी। जांच में नाम सामने आने पर पुलिस स्प्रिट बेचने वाले को भी आरोपी बनाएगी।
योगेन्द्र सिसौदिया को बनाया टीआई
एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने टीआई ब्रजेश श्रीवास्तव को कार्य में शिथिलता व लापरवाही मानते हुए लाइन अटैच कर सीएसपी एआर नेगी को जांच के आदेश दिए। एसपी ने सायबर सेल प्रभारी योगेन्द्र सिंह सिसौदिया को भैरवगढ़ थाने पर टीआई बनाया है। योगेन्द्र सिसौदिया आज रविवार को कार्यभार संभालेंगे।
इन्होंने कहा…
सामुदायिक भवन के कुएं से भी स्प्रिट के 13 खाली ड्रम मिले हंै। संभवत: पहले कच्ची शराब बनाने में उपयोग किए होंगे। फरार सरपंच को तलाशने के साथ ही मामले की जांच कर रहे हैं अन्य की भी लिप्तता पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। -एआर नेगी, सीएसपी जीवाजीगंज