पार्टनर बनकर कच्चा माल खरीदने के लिए रुपए लेकर उतारा कर्जा
उज्जैन,अग्निपथ। साझेदारी में पोहा फैक्ट्री डालने के नाम पर शातिर ने एक बिल्डर को 25 लाख रुपए की चपत लगा दी। एक साल पहले हुई इस घटना में गुरुवार को माधवनगर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
एसआई दौलतसिंह रावत ने बताया कि सेठीनगर के पास स्थित पूजा नगर निवासी जयप्रकाश पिता सूर्यमणि मिश्रा (55) कंस्ट्रक्शन का काम करते हंै।गणेशपुरा निवासी लोकेश पिता गोपाल काग ने उन्हें पोहा फैक्ट्री डालने के नाम पर उन्हें फांसा।
नागझिरी पर किराए से ली फैक्ट्री को खरीदना बताने पर वह पार्टनर बन गए। भागीदारी होने पर दोनों ने यूको बैंक में ज्वाईंट अकाउंट खुलवाया। भरोसे में मिश्रा ने कच्चा माल खरीदने के लिए 25 जून 2019 से 23 मार्च 2020 तक गोपाल को 16 लाख रुपए के चेक दे दिए। बाद में उसने अपना लोन जल्द होना बताते हुए 9 लाख नकद और लिए। हिसाब मांगने पर काफी समय टालता रहा।
बाद में कबूला कि उसने उक्त राशि से उसने अपनी बहन की शादी में हुआ कर्जा निपटा दिया। धोखाधड़ी के प्रमाण मिलने पर गोपाल के विरुद्ध धारा 420 व 406 के तहत केस दर्ज कर लिया है जल्द ही उसे गिर तार करेंगे।
एसपी ने नहीं की थी कार्रवाई
मिश्रा के अनुसार धांधली सामने आने पर उन्होंने तत्कालीन एसपी मनोजसिंह से शिकायत की थी। उस समय गोपाल ने राशि खर्च करना भी कबूल लिया था, लेकिन पुलिस मामले को टालती रही। नतीजतन गोपाल बचा रहा। काफी प्रयास के बाद अब केस दर्ज हुआ है।
1.25 महीना मिलने के लालच में फंसे
मिश्रा ने बताया कि केशव नगर निवासी अविनाश खंडेलवाल ने उन्हें गोपाल से मिलवाया था। बताया था कि पोहा फैक्ट्री का 10 साल का अनुभव है। सिर्फ रुपए लगाने पर उन्हें 1.25 रुपए महीना तक मिलेगा। आश्वस्त किया था कि कुछ भी होने पर वह रुपए लौटायेंगे। बाद में पता चला कि गोपाल के साथ खंडेलवाल भी मिला था। दोनों ने उनसे ली राशि बांटकर अपना कुछ कर्जा उतार दिया बाकी हड़प गए।