सुरक्षा प्रभारी ने फोन किया तो मोबाइल किया बंद
उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी कलेक्टर ने कोविड हॉस्पिटलों में लगाई थी। लेकिन एक सप्ताह होने को आया है, अभी तक आधा दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने डर के मारे ड्यूटी ज्वाइन नहीं की है। सुरक्षा प्रभारी अब दूसरे सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाने की तैयारी कर रहे हैं।
कलेक्टर आशीष सिंह ने कोविड हॉस्पिटल माधव नगर, चरक और आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में पिछले सप्ताह एक आदेश निकाल कर 27 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाने को कहा था। क्योंकि इन अस्पतालों में मरीज के परिजन विवाद और हंगामा कर रहे थे।
मंदिर के सुरक्षा प्रभारी दिलीप बामनिया ने 27 सुरक्षाकर्मियों की लिस्ट बनाकर 17 अप्रैल को इनकी ड्यूटी उक्त अस्पतालों में लगाई थी। लेकिन आधा दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने अभी तक अपनी ड्यूटी ज्वाइन नहीं की है। जानकारी में तो यहां तक आया है कि आधे से अधिक सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं।
कई के फोन बंद, कई बीमार
इधर मंदिर के सुरक्षा प्रभारी दिनेश बामनिया ने बताया कि आधा दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मियों ने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की है। उनको फोन किया गया तो कई के फोन बंद है तो कई बीमार होने का कहकर ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यदि कोई बीमार है तो डॉक्टर का पर्चा उनको प्रेषित करे। ताकि उनकी जगह दूसरे सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी कोविड अस्पतालों में लगाई जा सके।
रैपिड रिस्पांस टीम का रवि योगी धमका रहा
जानकारी में आया है कि सुरक्षा प्रभारी की जगह रैपिड रिस्पांस टीम का सुरक्षाकर्मी रवि योगी उन सुरक्षाकर्मियों को धमका रहा है जो कि अभी तक कोविड अस्पतालों में ड्यूटी पर नहीं आए हैं। रवि योगी द्वारा नौकरी से बर्खास्त करने की सुरक्षाकर्मियों को धमकी दी जा रही है। इनमें वह सुरक्षाकर्मी भी शामिल है जोकि वास्तव में बीमार हैं।
ज्ञातव्य रहे कि रैपिड रिस्पांस टीम के कर्मचारी को मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था बनाने में अहम योगदान दिया जाने के कारण रखा गया है। ऐसे में इनकी ड्यूटी भी कोविड अस्पतालों में लगाई जानी चाहिए। ताकि इन अस्पतालों की सुरक्षा बेहतर हो सके।