भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 5 लाख के पार हो गया। इनमें से 2 लाख 25 हजार से ज्यादा संक्रमित सिर्फ अप्रैल महीने में बढ़े हैं। इसी महीने 74 हजार से ज्यादा एक्टिव केस बढे़, इसकी वजह अब 92 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हो गए हैं।
प्रदेश में हर दिन 12 हजार से ज्यादा संक्रमित मिल रहे हों, लेकिन अब स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा भी लगभग इसके आसपास ही है। प्रदेश का रिकवरी दर 81 फीसदी हो गई। अब तक 4 लाख 14 हजार 325 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। बीते 21 अप्रैल को एक्टिव केस की संख्या के हिसाब से मध्यप्रदेश देश में सातवें नंबर पर था, जाे अब 11वें नंबर पर है।
प्रदेश के 4 बड़े शहराें में 24 घंटे में 5 हजार 670 नए केस सामने आए हैं। 31 लोगों की मौत हुई है। इंदौर और भोपाल में लगातार तीसरे दिन 18 सौ से ज्यादा मरीज मिले हैं। भोपाल में सबसे ज्यादा 9 मौतें सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज की गई हैं। इंदौर-जबलपुर में 7-7 मौतें हुई हैं, वहीं ग्वालियर में 1198 नए संक्रमित आए हैं। 8 ने जान गंवाई है।
प्रदेश में 72% मरीज होम आइसोलेशन में
प्रदेश में अभी कुल एक्टिव केस में 72 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन और 28 फीसदी अस्पताल में भर्ती हैं। सोमवार को 25 जिलों में जितने नए मरीज आए, उससे ज्यादा स्वस्थ होकर घर पहुंचे। इन जिलों में 2559 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हुए, जबकि 3512 स्वस्थ हुए। प्रदेश के निजी अस्पतालों में 53163 बेड हैं, जिनमें से 71% भरे हुए हैं। इनमें 86% ऑक्सीजन बेड, 94% आईसीयू बेड और 44% सामान्य बेड भरे हैं।
भोपाल: अभी भी सांसों के लिए ऑक्सीजन की तलाश
भोपाल में 24 घंटे में 1836 नए केस सामने आए हैं। 9 मरीजों की मौत हुई है। यहां के अस्पतालों में मरीज भर्ती भी इस शर्त पर हो रहे हैं कि ऑक्सीजन की शाॅर्टेज होने पर अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी नहीं होगी। पहले से दाखिल मरीजों पर छुट्टी के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण के चलते हालात ऐसे हैं कि अपनों की जिंदगी बचाने के लिए परिजन ऑक्सीजन सिलेंडर किराए पर लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए कोई ऑटो तो कोई खुद की कार से सिलेंडर लेने पहुंच रहा हैं। कई लोग ऐसे भी हैं, जो बाइक से सिलेंडर लेने के लिए पहुंचे। ऑक्सीजन सिलेंडर के एवज में 6 से 22 हजार रुपए डिपाजिट कराया जा रहा है। साथ ही सात क्यूबिक मीटर के सिलेंडर का एक दिन का किराया 500 रुपए के हिसाब से अलग देना होगा।
इंदौर: सबसे ज्यादा मरीज, संक्रमण दर 22% से ज्यादा
इंदौर में लगातार 23 फीसदी संक्रमण दर बनी हुई है। यहां 24 घंटे में सबसे ज्यादा 1837 नए संक्रमित निकले। 7 मरीजों ने दम तोड़ दिया। प्रदेश के कुल मरीजों में से 1 लाख 5 हजार 429 मरीज सिर्फ इंदौर में हो गए हैं। स्वस्थ होेने वालों की संख्या 654 रही। एक्टिव केस बढ़कर 13 हजार 354 हो गए हैं। यह संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा है। कोरोना संक्रमित 24 हॉट स्पाट एरिया को माइक्रो कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है। वहीं, रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले आरोपी पर रासुका लगाई गई है।
ग्वालियर में 1198 संक्रमित मिले, संक्रमण दर 31%
यहां 3831 लोगों के सैंपल जांच में 1198 नए संक्रमित आए हैं। जबकि शहर के अस्पतालों में 38 संक्रमित की मौत भी हुई है। इनमें से 28 संक्रमित ग्वालियर के हैं। राहत की बात यह है कि 1163 संक्रमित डिस्चार्ज होकर सोमवार को अपने घर भी गए हैं। कुल एक्टिव केस बढ़कर 9162 हो गए हैं। 26 अप्रैल तक जिले में कुल एक्टिव कंटेनमेंट जोन की संख्या 508 हो गई है।
जबलपुर: प्रोटोकॉल सेे 60 शवों का अंतिम संस्कार, सरकारी रिकाॅर्ड में 7 मौतें
यहां 799 नए केस सामने आए हैं। सरकारी रिकॉर्ड में 24 घंटों के दौरान 7 मौतें अधिकृत रूप से दर्ज हुईं। जबकि शहर के चिन्हित मुक्तिधामों में कुल 60 अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल से किए गए। यह बीते कुछ दिनों के मुकाबले कम है, लेकिन यह संख्या भी उतनी कम नहीं है जितनी अपेक्षा की जा रही है। शहर में अभी एक्टिव केस की संख्या 6491 है। होम आइसोलेशन में 4591 मरीज हैं। राहत की बात यह है कि 964 लोग स्वस्थ एक दिन में हुए हैं। रिकवरी रेट 82 के ऊपर है।
उज्जैनः अब तक करीब 12 हजार संक्रमित
उज्जैन जिले में अब तक करीब 12 हजार लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 26 अप्रैल को ही 326 नए मरीज पाए गए हैं। इस आंकड़े में सबसे ज्यादा 273 उज्जैन शहर में हैं। जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 2874 (26 अप्रैल 2021 की स्थिति में) हैं। प्रशासन के मुताबिक कोरोना के कारण कुल 142 मौतें हुई हैं। कुल 2 लाख 33 हजार 893 लोगों की कोविड की जांच की गई है। इस हिसाब से जांच किए गए लोगों में से संक्रमितों का आंकड़ा 5 फीसदी है।