कलेक्टर ने लगाया कोविड वार्ड में प्रवेश पर प्रतिबंध
उज्जैन,अग्निपथ। एक पत्रकार के खिलाफ शुक्रवार को माधवनगर थाने में शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज किया है। उनके खिलाफ माधवनगर अस्पताल के डाक्टर ने शिकायत की हैं। कार्रवाई की असल वजह जमीन पर कोरोना संक्रमित का इलाज होते देख फोटो खींचना रहा है। घटना के बाद कलेक्टर आशीषसिंह ने कोविड वार्डों में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
पटेल नगर निवासी सांध्य दैनिक के पत्रकार राजेश रावत शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे वह माधवनगर अस्पताल में रिपोर्टिंग के लिए गए थे। वह ओपीडी के बाहर एक महिला मरीज के जमीन पर पड़े होने का कवरेज कर रहे थे। जमीन पर इलाज होने पर फोटो खींचते देख मौके पर मौजूद डाक्टर संजीव कुमरावत विरोध करने लगे। इसी बात पर बहस होने के बाद डाक्टर कुमरावत माधवनगर थाने पहुंचे और रावत पर शासकीय कार्य में बाधा डालने और धमकाने का आरोप लगा दिया।
मामले में पुलिस ने बिना जांच रावत पर धारा 353 व 506 के तहत केस दर्ज कर दिया। प्रकरण का पता चलते ही पत्रकार आक्रोशित हो गए और रात को एकत्रित होकर माधवनगर थाने पहुंच गए। पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत करने का प्रयास किया है।
कोविड वार्ड में गए तो कार्रवाई
विवाद के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमितों के लिए अधिकृत हॉस्पीटल में आमजन के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। धारा 144 लागू करते हुए आदेश दिए कि कोविड-19 उपचार में संलग्न डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों एवं मरीजों के अलावा किसी के भी अस्पताल परिसर प्रवेश करना दण्डनीय अपराध माना जाएगा।
इनका कहना
डाक्टर की शिकायत पत्रकार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले में जांच की जा रही है।
-अमरेंद्रसिंह, एएसपी सिटीकोरोना मरीज का जमीन पर इलाज होता देख फोटो खींच रहा था। डाक्टर साहब से कोई विवाद नहीं हुआ, झूठा केस दर्ज कराया है। -राजेश रावत, पत्रकार