उज्जैन, अग्निपथ। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को ब्लैक फंगस के 2 मरीज और भर्ती हुए हैं। यहां अब 12 मरीज भर्ती हो चुके हैं।
नोडल अधिकारी डॉ. सुधाकर वैद्य ने बताया कि आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को 7 मरीज और आए हैं। 2 मरीजों को भर्ती किया गया। जबकि 10 मरीज पहले से ही भर्ती हंै। इस तरह से कुल 12 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। 5 मरीजों का ऑपरेशन कर फंगस निकाला जा चुका है। लेकिन एंटी फंगस इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने के कारण मरीजों में फिर से फंगस बनने की समस्या हो सकती है। दस से अधिक डॉक्टरों का स्टाफ ब्लैक फंगस पीडि़त मरीजों को देख रहे हैं। शुक्रवार को भर्ती हुए 2 मरीजों को कोविड-19 के कारण आईसीयू में भर्ती किया गया है। उनका ऑक्सीजन लेवल मेंटेन होने तथा शुगर कंट्रोल होने के बाद ब्लैक फंगस का ऑपरेशन किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक 2 मरीजों की आंखों की रोशनी अस्पताल आने से पहले ही कम हो चुकी है। आपरेशन कर विजन बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
शहर में नहीं है इंजेक्शन
जानकारी के अनुसार शहर मे एंटी ब्लैक फंगस इंजेक्शन उज्जैन शहर में उपलब्ध नहीं होने के कारण मरीजों की आंखों को खतरा बना हुआ है। दवाइयों की कमी बड़ा कारण बनी हुई है।
म्यूकोरमायकोसिस संक्रमण यानि ब्लैक फंगस-यह बीमारी उन कोरोना पीडि़त मरीजों में देखने को मिल रही है जो डायबिटीज से पीडि़त हैं। यह बीमारी आंखों की रोशनी भी खत्म कर दे रही है। इंदौर के डॉक्टर विनीत अग्रवाल के अनुसार यह शरीर में बहुत तेजी से फैलता है। इस बीमारी से शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं।