नगर निगम के 9 वाहन हर रोज औसत 125 घरों पर कर रहे सेनेटाइजेशन
उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना संक्रमण काल में शहर के संवेदनशील इलाकों को सेनेटाइज करने के लिए नगर निगम हर रोज 9 टैंकर सेनेटाइजर छिडक़ाव कर रही है। पिछले लगभग 45 दिनों में नगर निगम की टीम उज्जैन में 8 हजार लीटर सोडियम हाइपो क्लोराइड का इस्तेमाल सेनेटाइजेशन के लिए कर चुकी है। पिछले 4 महीने में ही तकरीबन 14 हजार लीटर सोडियम हाइपो क्लोराइड शहर में छिडक़ा जा चुका है।
नगर निगम के अधिकारियों से मिले आंकड़ो पर गौर किया जाए तो शहर में हर रोज औसत 125 घरों में सेनेटाइजेशन किया जा रहा है। इसके अलावा चरक भवन, माधवनगर, सिविल अस्पताल सहित 12 कोविड सहायता केंद्र और कुछ वैक्सीनेशन सेंटर्स पर हर रोज सेनेटाइजेशन का काम हो रहा है।
नगर निगम ने सेनेटाइजेशन में इस्तेमाल होने वाले केमिकल सोडियम हाइपो क्लोराइड को खरीदने का अनुबंध उज्जैन की ही पटेल ब्रदर्स फर्म के साथ किया है। यह फर्म 13 रुपए 50 पैसे प्रति लीटर भाव पर नगर निगम को सोडियम हाइपो क्लोराइड उपलब्ध करा रही है। नगर निगम स्टोर के आंकड़े बताते है कि पिछले 4 महीनों में शहर में लगभग 15 हजार लीटर केमिकल का इस्तेमाल किया जा चुका है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में यानि 1 अप्रैल के बाद से अब तक 8 हजार लीटर केमिकल पानी मिलाकर शहर में छिडक़ा जा चुका है। केवल केमिकल पर ही नगर निगम अब तक 2 लाख रूपए से ज्यादा रकम खर्च कर चुकी है।
छिडक़ाव में लगे 9 टैंकर
नगर निगम द्वारा शहर में 500-500 लीटर की 7 टंकियां व 5-5 हजार लीटर के 2 टैंकर शहर में छिडक़ाव के काम में लगाए गए हैं। 500 लीटर की प्रत्येक टंकी में 10 लीटर सोडियम हाइपो क्लोराइड का इस्तेमाल हो रहा है।
सेनेटाइजेशन के लिए दरोगा से करे संपर्क
हर रोज सामने आने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घरों की सूची नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों को कोरोना कंट्रोल रूम से मिल जाती है। इसी सूची के आधार पर मरीजों के घरों के आसपास सेनेटाइजेशन किया जा रहा है। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी संजय कुलश्रेष्ठ और धीरज मीणा के अनुसार यदि किसी मरीज का घर सेनेटाइजेशन से छूट जाता है तो उसके परिवार के सदस्य अपने आसपास काम करने वाले सफाई कर्मचारी या दरोगा को इसकी जानकारी दे सकते है। दरोगा या सफाई कर्मचारी जोन में इसकी जानकारी देंगे और मरीज के घर का सेनेटाइजेशन कर दिया जाएगा।