फेफड़ों को मजबूती देने हेतु की अनूठी प्रतियोगिता, 32 दंपत्तियों ने फुलाए गुब्बारे
उज्जैन, अग्निपथ। जैन सोशल ग्रुप समन्वय द्वारा लॉकडाउन में ’खुशियाँ भरो गुब्बारों में’ नाम से एक अनूठा आयोजन ग्रुप सदस्यों के लिए किया गया।
संस्था अध्यक्ष शैलेन्द्र बाफना ने बताया कि कोरोना संक्रमण से व्यक्ति के फेफड़ों पर सीधा असर होता है, जिस कारण सांस लेने में तकलीफ होती है। कई तरह के शोध में भी यह बात सिद्ध हो चुकी है कि गुब्बारे फुलाने से व्यक्ति के फेफड़ों को मजबूती मिलती है और दमा, ब्रोंकाइटिस व निमोनिया जैसी बीमारियों से भी बचाव होता है।
विदेशो में तो यह एक स्थाई व्यायाम हो चुका है। सुनने में भले ही यह बात आपको बच्चों का खेल लगे, लेकिन है यह बढिया व्यायाम। इसी को दृष्टिगत रखते हुए ग्रुप सदस्यों को प्रतियोगिता के माध्यम से यह व्यायाम करवाया गया। कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी दम्पत्तिों को 2 मिनट का समय दिया गया जिसमें उन्हें अधिक से अधिक गुब्बारे फुलाने थे।
ये रहे विजेता
स्वास्थ्य वर्धक प्रतियोगिता में रांका दंपति सबसे ज़्यादा गुब्बारे फुला कर विजेता रहे। वही संचेती दंपत्ति ने गुब्बारे के मैचिंग वस्त्र पहनकर गुब्बारे फुला कर दूसरा स्थान प्राप्त किया। संजय-प्रतिभा जैन तीसरे स्थान पर रहे। प्रतियोगिता के निर्णायक विजय बम्बोरी तथा महेंद्र मारू द्वारा 4 विशेष पुरस्कार भी दिए। प्रतियोगिता में कुल 32 दम्पत्तियों ने भाग लिया।
संस्था सचिव आशीष नांदेचा ने बताया वर्तमान परिस्थितियों में एक व्यायाम ही हैं जो हमको सभी प्रकार की बीमारियों से दूर रखता हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता हैं, फिर व्यायाम के साथ अगर खेल हो तो उसे हर कोई जल्दी अपनाता है। संस्थापक अध्यक्ष जयंतीलाल फाफरिया एवं ज़ोन कॉर्डिनेटर कमलेश जैन द्वारा भी इस वर्चुअल प्रतियोगिता की बहुत सराहना की गई और अन्य ग्रुप में इसी तरह के कार्यक्रम करवाने की बात कहीं। जानकारी आशीष नांदेचा ने दी।