उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन संभाग के चार जिलों में शराब ठेकों का नवीनीकरण कर दिया गया है। उज्जैन जिले में 141 शराब की दुकानों का ठेका 340 करोड़ 96 लाख रुपए में नवीनीकृत किया गया है। तीन अलग-अलग कंपनियों को मिलाकर बनी एक पार्टनरशिप फर्म का जिले में एकल टेंडर 10 प्रतिशत राशि बढ़ाकर फिर से इसी फर्म को सौंप दिया गया है।
उज्जैन सहित आगर, नीमच, शाजापुर जिलों में भी 10 प्रतिशत रकम बढ़ाकर पहले से बहाल फर्मो का ही ठेका नवीनीकृत किया गया। उज्जैन जिले में देशी शराब की 104 और अंग्रेजी शराब की 37 दुकानें है। जिले का ठेका समृद्धि ट्रेडर्स फर्म के नाम पर है। इस फर्म में सोम, सागर और जायसवाल तीनों ही फर्म संयुक्त मालिक है। उज्जैन में शराब के टेंडर नवीनीकृत होने के बावजूद फिलहाल अधिकृत तौर पर शराब के दामों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। आगामी कुछ दिनों में जरूर शराब के दाम बढऩे की संभावना है।
जीनिंग की जमीन पर मेहरबानी
आगर रोड स्थित नरेश जीनिंग फैक्ट्री की जमींन को जनवरी महीने में जिला प्रशासन द्वारा कब्जा मुक्त कराकर सरकारी घोषित किया गया था। इस जमीन पर काबिज लगभग 150 छोटे-बड़े कारोबारियों को यहां से प्रशासनिक अमले ने बेदखल कर दिया लेकिन देशी शराब का अहाता अपनी जगह बना रहा। कार्रवाई के दौरान इस बात की आड़ ली गई थी कि आबकारी के नियमों के तहत समय से पहले शराब दुकान को स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है।
अब टेंडर वर्ष बदल गया है, इसके बावजूद सरकारी जमीन पर देशी शराब की दुकान संचालित हो रही है। शराब दुकान संचालन करने वाली फर्म पर जमीन के पूर्व मालिक को 2 लाख रुपए प्रतिमाह किराया दिया जाता था। जमीन सरकारी हो गई, टेंडर का साल भी बदल गया लेकिन राजस्व विभाग की और से ठेकेदार फर्म को जमीन से बेदखल करने के लिए न तो नोटिस जारी किया गया और न ही आबकारी विभाग से कार्रवाई के लिए किसी तरह का समन्वय किया गया।