मृदा की बैठक : महाकालेश्वर मंदिर-रूद्रसागर विकास परियोजना के हर काम के लिए कलेक्टर ने तय की डेड लाइन
उज्जैन, अग्निपथ। महाकालेश्वर मंदिर-रूद्रसागर विकास परियोजना (मृदा) के हर काम के लिए कलेक्टर आशीष सिंह ने नए सिरे से डेड लाइन तय की है। लॉक डाउन की वजह से मृदा परियोजना के कई काम पिछड़ गए है। कलेक्टर ने महाकालेश्वर मंदिर के सामने वाले 11 मकानों के अधिग्रहण की अधिसूचना भी इसी सप्ताह जारी करने के निर्देश स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों को दिए है।
लॉक डाउन खुलने के बाद अब कलेक्टर आशीषसिंह की कोशिश है कि शहर में विकास कार्यो में तेजी लाई जाए, ताकि समय सीमा में काम पूरे हो सके। सोमवार को कलेक्टर ने महाकालेश्वर मंदिर विस्तार योजना, सडक़ो के चौड़ीकरण, भूमि अधिग्रहण जैसे कार्यो की समीक्षा बैठक ली। नगर निगम, स्मार्ट सिटी कंपनी और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ की गई इस बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि मृदा परियोजना से संबंधित ऐसे काम जो जून महीने तक पूरे होने थे, उन्हें सितंबर तक किसी भी सूरत में पूरा कर लिया जाए।
कलेक्टर ने दिए ये निर्देश
- त्रिवेणी संग्रहालय से चारधाम मन्दिर तक की सडक़ निर्माण हेतु भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही के तहत धारा-19 व धारा-21 की कार्यवाहियां इसी सप्ताह पूर्ण होगी।
- महाकालेश्वर मन्दिर के आगे के 11 मकानों के अधिग्रहण के लिये धारा-21 की अधिसूचना भी इसी सप्ताह जारी की जाएगी।
- चारधाम मन्दिर से नृसिंह घाट तक के मार्ग के लिये जमीन अधिग्रहण करने के लिए धारा-11 का प्रकाशन भी वर्तमान सप्ताह में ही पूरा किया जाएगा।
- महाकालेश्वर मन्दिर के सामने की ओर 70 मीटर क्षेत्र के अधिग्रहण की कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू कर 15 दिनों में धारा-11 का प्रकाशन करने के निर्देश दिए गए है।
- बड़ा गणेश से छोटा रूद्र सागर के मार्ग व महाकाल घाटी से महाकाल मन्दिर रोड के लिये सर्वे व अधिग्रहण की कार्यवाही प्रारम्भ करने को कहा गया है।
- कालभैरव मन्दिर परिसर के विकास के लिये जमीन अधिग्रहण करने हेतु धारा-21 की कार्यवाही भी इसी सप्ताह प्रारम्भ करने के लिये कहा गया।
- महाकालेश्वर मन्दिर में फसाट लाईटिंग का कार्य 15 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश दिये।