आरोपी चालक फरार, परिजनों ने अस्पताल में जताया रोष
उज्जैन,अग्निपथ। उंडासा मार्ग पर रविवार दोपहर बाइक से घूमने जा रहे दो छात्र डंपर में घुस गए। हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद चालक फरार हो गया। चिमनगंज पुलिस ने डंपर जब्त कर केस दर्ज किया है।
पटेल नगर निवासी तपस पिता पुरषोत्तम सोलंकी (15) क्षेत्र के स्कूल में 10 वीं पढ़ता था। रविवार दोपहर वह बुधवारिया निवासी दोस्त पवन पिता बबलू गेहलोत (15) को लेकर बाइक से उंडासा घूमने गया था। इसी दौरान उंडासा मार्ग स्थित न्यू सेंटपाल स्कूल के समीप सामने से तेज गति से आ रहे डंपर एमपी 13 जीए 3493 ने उन्हें चपेट में ले लिया।
टक्कर इतनी भीषण हुई कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा होते ही चालक फरार हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने डंपर जब्त कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां दोनों के शव देख परिजन होशों हवास खो बैठे और हंगामा कर दिया।
मामले में पुलिस ने तपस के चचेरे भाई अंकित सोलंकी की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर डंपर चालक की तलाश शुरू कर दी। बताया जाता है डंपर किसी प्रजापति का है।
हादसे के लिए जिम्मेदार कौन..?
हस्तक्षेप : ललित जैन
दोनों बालक की मौत दु:खद घटना है, लेकिन इसका जिम्मेदार कौन है..? यह सही है कि चालक लापरवाही से तेज रफ्तार से डंपर चलाते हंै और आए दिन उनके कारण हादसे होते रहते हैं। इसलिए दुर्घटना के लिए उसे बैकसूर नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन बालकों को पात्रता नहीं होने के बावजूद बाइक देने वाले परिजन भी कम दोषी नहीं है।
वजह अपात्र होने के बावजूद वह तेज रफ्तार से बाइक चला रहे थे। स्थिति यह थी कि सामने से डंपर को तेज गति से आने पर वह संतुलन बनाकर नहीं रख सके। इसलिए लोगों को चाहिए कि संभव हो तो बच्चों को तेज रफ्तार वाहन देने से बचे। जरूरत होने पर उन्हें छोटे वाहन दें, जिससे की वाहन सुविधा बने, समस्या नहीं।