उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कंपनी द्वारा शहर में कराए गए कई काम पहले से केवल इस वजह से चर्चाओं में है क्योंकि इनके लिए समय गलत चुना गया या कामों का जनता को लाभ मिलेगा भी या नहीं, इन विषयों पर मंथन किए बिना ही काम पूरे करवा लिए गए।
ताजा मामला, स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा जारी किए गए एक टेंडर का है। अब जबकि बरसात का सीजन शुरू हो चुका है, स्मार्ट सिटी कंपनी ने शहर के कुएं और बावडिय़ों की रिपेयरिंग और नवीनीकरण का टेंडर निकाला है। ठेका लेने वाली कंपनी को 9 महीनों में काम पूरा करने की शर्त डाली गई है, जाहिर है बारिश के चार महीने और इसके बाद भी कई दिनों तक कुएं बावड़ी पानी से भरे रहेंगे तो काम कब होगा?
स्मार्ट सिटी कंपनी ने कुएं बावडिय़ों की रिपेयरिंग, रिनोवेशन का यह टेंडर तीसरी बार कॉल किया है। इस काम की लागत 1 करोड़ 87 लाख 97 हजार 976 रूपए आंकी गई है। सोमवार को टेंडर जमा किए जाने का आखिरी दिन था।
सरकारी आदेश कुछ और-शर्त कुछ और
स्मार्ट सिटी कंपनी ने कुएं बावड़ी के रिनोवेशन और रिपेयरिंग के टेंडर में एक अजीब शर्त डाल रखी है। इस शर्त के मुताबिक टेंडर में उन्हीं फर्मो को प्राथमिकता मिलेगी जिन्होंने 2 करोड़ रूपए से अधिक लागत से इस तरह के काम पहले किए हो।
इसके विपरीत नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख अभियंता का 2015 का एक आदेश है, इस आदेश में स्पष्ट किया गया है कि 2 करोड़ तक की निविदा में प्री-क्वालिफिकेशन की शर्त नहीं रखी जा सकती है। आशंका है कि कुएं-बावडिय़ो वाले टेंडर में प्री-क्वालिफिकेशन की शर्त किसी फर्म को उपकृत करने के लिए डाली गई है।