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शहर और जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों की बैठक में फैसला
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दो विधानसभा में अभी कांग्रेस के सात ब्लाक और 24 मंडल है
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अब शहर कांग्रेस के 105 सेक्टर और 54 मंडलम बन जाएंगे
उज्जैन। कांग्रेस ने नगर निगम चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और जिम्मेदारी सौंपने के लिए अब सेक्टर की संख्या बढ़ाने के साथ ही मंडलम की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इसका खाका तैयार हो गया है। अमल लाने के लिए कवायद की जाएगी।शहर में दो विधानसभा में सात ब्लाक और 24 मंडलम हैं। परिवर्तन के बाद 105 सेक्टर और 54 मंडलम बन जाएंगे।
यह फैसला मंगलवार को शहर कांग्रेस की बैठक में हुआ। बैठक उज्जैन शहर के प्रभारी और पूर्व मंत्री बाला बच्चन और जिला प्रभारी और विधायक विशाल पटेल ने ली। बैठक में विधायक, वरिष्ठ कांग्रेस नेता, कार्यकारी अध्यक्ष और ब्लाक अध्यक्षों को बुलाया गया था। संचालन जिला प्रभारी विशाल पटेल ने किया। उन्होंने चुनींदा नेताओं को ही मंच से अपनी बात रखने का अवसर दिया। ताकि बैठक में सटीक और मुद्दे की बात हो सके।
इसकी लिस्ट भी पटेल ने खुद ही बनाकर दी। यह कांग्रेस की बैठक में पहली बार हुआ कि संचालन की व्यवस्था शहर अध्यक्ष महेश सोनी से लेकर प्रभारी ने खुद संभाली। उनके निर्देश पर महिला कांग्रेस अध्यक्ष, विधायक महेश परमार, विधायक रामलाल, पूर्व सांसद सत्यनारायण पंवार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनोहर बैरागी, पूर्व विधायक बटुकशंकर जोशी ने अपनी बात रखी।
बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष रविराय, चेतन यादव, यशवंत अग्निहोत्री, माया राजेश त्रिवेदी, नूरी खान,भरत शंकर जोशी, नाना तिलकर, तबरेज खान, कमल पटेल, अशोक भाटी, रवि भदौरिया,पूर्व पार्षद सपना सांखला, सोनिया ठाकुर, करण कुमारिया,दिनेश जैन बोस, विनोद धाड़ीवाल आदि मौजूद थे।
3 से सात बूथ पर बनेगा सेक्टर
पुर्नगठन के मुताबिक कांग्रेस में अब 3 से सात बूथ पर एक सेक्टर होगा। सेक्टर प्रभारी की नियुक्ति होगी। 10 से 10 बूथ पर एक मंडलम बनेगा। दो या तीन वार्ड को मिलाकर अभी मंडलम बनाए जाते थे। परन्तु अब बूथ के आधार पर मंडलम बनेगा और इसका प्रभारी भी बनाया जाएगा। जबकि सात ब्लाकों में कोर्ई बदलाव नहीं किया गया है।
कमलनाथ सेक्टर इंचार्ज से करेंगे फोन पर बात
बैठक में जिला प्रभारी विशाल पटेल ने बताया कि सेक्टर प्रभारियों की नियुक्ति गंभीरता के साथ की जाए। जिनकी नियुक्ति होगी, उनमें से किसी को भी रेंडमली प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ फोन लगाकर उसके बूथों की जानकारी लेंगे। साथ ही उससे बूथ में जातीय और अन्य समीकरणों की जानकारी भी लेंगे। एक तरफ सीधे प्रदेश अध्यक्ष से बूथ प्रभारी की बात होने से उसका उत्साहवर्धन होगा, वहीं उसकी अपने क्षेत्र में पकड़ की जानकारी भी उन्हें सीधे ही मिल जाएगी।
ब्लॉक अध्यक्षों का कद बढ़ेगा
नई कवायद से ब्लॉक अध्यक्षों का कद बढ़ जाएगा। क्योंकि सेक्टर और मंडलम प्रभारी की नियुक्ति उनकी देखरेख में होगी। उनका फीड बैक ही इन दोनों पदाधिकारियों की नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इसका कारण बताया जा रहा है कि ब्लॉक अध्यक्ष को अपने ब्लॉक के सक्रिय और प्रभावशाली कार्यकर्ता और पदाधिकारी की जानकारी अन्य नेताओं के मुकाबले ज्यादा होती है।