बेरछा, अग्निपथ। गुलाना के समीप अवैध तरीके से खोदी गई खंती में शुक्रवार को तीन मासूमों की डूबने से हुई मौत के बाद बेरछा तथा आसपास के क्षेत्र में सडक़ किनारे बनी खंतियां और खनन माफियाओं द्वारा रात के अंधेरे में खोदी गई मौत की तलाइयों पर प्रशासन का ध्यान जाना आवश्यक हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र में कई ऐसी छोटी-बड़ी तलाई है। जिन्हें अवैध खनन माफियाओं ने चंद रुपयों के खातिर खोद कर खुला छोड़ दिया है। पिछले कुछ दिनों से ऐसे अवैध खनन करने वाले सक्रिय हो गए जो रात 12 बजे से रात 3 बजे के बीच प्रशासन की गहरी नींद का फायदा उठाकर अवैध खनन कर क्षेत्र को खोखला कर रहे हैं। आलम यह है कि वे रात भर समूह में सक्रिय रहते है तथा नगर में होने वाले निर्माण में लगने वाले मुरम का ठेका लाखों रुपये में लेते है।
इस तरह के मामलों से प्रशासन को लाखों रुपये की रॉयल्टी का चूना लग रहा है। पिछले साल नवंबर में बेरछा-रंथभँवर सीमेंट-कांक्रीट (सीसी) सडक़ निर्माण के दौरान लगने वाले मुरम को सडक़ निर्माण एजेंसी ने सुंदरसी मार्ग, पिपलिया इंदौर मार्ग तथा तिलावद गोविंद-रंथभँवर बायपास पर सडक़ के समीप जगह-जगह खोद दिया था। जो बारिश में बड़ी तलाई का रूप धारण कर सकते है।
स्थानीय सडक़ एजेंसी या भूमि स्वामी की ओर से छह माह बीत जाने
के बाद भी तलाई के आस-पास सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। ये लापरवाही किसी भी दिन किसी मौत के मातम के रूप में सामने आ सकती है। प्रशासन का सख्त रैवया ही इस लापरवाही पर लगाम कस सकता है।