बंद संस्था के नाम से किया था डेली कलेक्शन, बडऩगर में खोल रखी थी दुकान
उज्जैन,अग्निपथ। गोपाल मंदिर क्षेत्र के एक दर्जन व्यापारियों को 65 लाख रुपए की चपत लगाकर साल भर पहले फरार आरोपी शनिवार को जीवाजीगंज पुलिस के हत्थे चढ़ गए। दोनों ने बंद संस्था के नाम से डेली कलेक्शन कर लोगों को शिकार बनाया था। फरारी के दौरान मुख्य आरोपी बडऩगर में दुकान खोलकर रह रहा था।
भार्गव मार्ग निवासी फरीद नूर पिता वाहिद नूर व कामदारपुरा के अब्दुल हफीज के खिलाफ 1 जुलाई 2020 को क्षेत्र के करीब एक दर्जन व्यापारियों ने जीवाजीगंज थाने में शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि एल्युमिनियम फैब्रिकेशन कारोबारी फरीद ने डेली कलेक्शन योजना में रुपए जमा करने पर जरुरत अनुसार राशि देने का झांसा दिया।
उसने बंद हो चुकी एसएमडी के्रडिट को-ऑपरेटिव संस्था के नाम से डायरी बनाकर एजेंट अब्दुल के माध्यम से वर्ष 2019 से 20 तक लाखों रुपए जमा किए फिर भाग गए। मामले में जांच के बाद करीब 65 लाख की ठगी होने पर पुलिस केस दर्ज कर दोनों को तलाश रही थी। शनिवार को फरीद के घर आने का पता चलने पर टीआई गगन बादल ने उसे दबोचा फिर हफीज को भी गिरफ्त में ले लिया।
इन्हे लगाई लाखों रुपए की चपत
पुलिस को पता चला कि फरीद व अब्दुल ने जामा मस्जिद निवासी मोहम्मद खलील को 6.32 लाख, चितेरा बाखल के सिराजुद्दीन पिता रईसउद्दीन को 6.50 लाख, मोहम्मद सलीम को 6.25 लाख, मोचीवाड़ा के अब्दुल मन्नान को 13 लाख, गौतम रामचंदानी को 80 हजार, टंकी चौक के आसिफ को 1.27 लाख, कोट मोहल्ला के फरहान को 4.16 लाख, छत्रीचौक के सैयद आबिद को 13.50 लाख व शकील पिता मोहम्मद हुसैन को 40 हजार का चूना लगाया।
कलेक्शन नहीं बीसी की राशि हड़पी
बताया जाता है व्यापारी होने के कारण व्यापारियों ने फरीद पर विश्वास कर लिया। उसने भैरवगढ़ मदरसे के शिक्षक अब्दुल को एजेंट बनाकर पहले डेली कलेक्शन कर रुपए जमा किए। भरोसा होने पर व्यापारियों के साथ लाखों रुपए महीने की बीसी शुरू कर दी। इसी राशि से पोल्ट्री फार्म खोलने के कारण रुपए नहीं लौटा पाया तो बडऩगर जाकर फेब्रिकेशन की दुकान खोल ली। इधर व्यापारियों ने बीसी की रिपोर्ट नहीं होने पर डेली कलेक्शन ठगी का केस दर्ज करा दिया।
रिकवरी के लिए रिमांड
टीआई बादल ने बताया कि आरोपियों से डेली कलेक्शन के दस्तावेज व रुपए के संबंध में पूछताछ करना है इसलिए दोनों को रविवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेगे। फिलहाल 9 शिकायतकर्ताओं के करीब 65 लाख रुपए की ठगी के आरोपों पर कार्रवाई कर रहे है। दोनों के पकड़ाने का पता चलने पर और भी पीडि़त सामने आ सकते हैं।