उज्जैन, अग्निपथ। टंकारिया गांव में किसान परिवार के घर हुई चोरी का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। 2 पारदियों को गिरफ्तार करने के बाद सामने आया है कि वारदात को 8 पारदियों ने मिलकर अंजाम दिया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्रसिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि ग्राम टंकारिया में रहने वाले किसान निलेश पटेल के मकान में 15-16 जून की रात हुई चोरी को पारदियों की गैंग ने अंजाम दिया था। चिंतामण पुलिस और सायबर टीम की मदद से 2 पारदी रवि पिता समरथ निवासी देवास और विजेन्द्र पिता कैलाश पारदी निवासी पंवासा को गिरफ्तार किया गया है। जिनकी निशानदेही पर चोरी किये गये 3 लाख 74 हजार से अधिक के आभूषण और 8 हजार रुपये नगद बरामद किये गये है।
दोनों पारदियों से पूछताछ में सामने आया कि चोरी को रैकी के बाद अंजाम दिया गया था। वारदात वाली रात बाइक पर सवार होकर 8 साथी टंकारिया पहुंचे थे। पांच मकान के बाहर निगरानी कर रहे थे, तीन ने खिडक़ी तोडक़र मकान में प्रवेश किया था और परिवार को उनके कमरों में कैद कर दिया था। उसके बाद आभूषण और लाखों की नगदी लेकर निकल गये थे।
6 फरार पारदियों सत्येन्द्र, अर्जुन, राकेश, गोपी, विजेन्द्र और विजय की तलाश जारी है, जिनकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया जाएगा। कुछ पारदी गुना के रहने वाले हैं।
मिला 1 दिन का रिमांड
चिंतामण टीआई प्रवीण पाठक ने बताया कि पारदी गैंग काफी शातिर है, गिरफ्तार किये गये दोनों पारदियों को मंगलवार दोपहर न्यायालय में पेश कर तीन दिन का रिमांड मांगा गया था। लेकिन न्यायालय ने एक दिन की रिमांड पर सौंपा है। बुधवार दोपहर दोबारा से न्यायालय में पेश किया जाएगा।
दोनों बदमाशों की गैंग के साथियों की गिरफ्तारी के बाद कुछ और चोरी की वारदातों का सुराग मिल सकता है। उनसे चोरी में प्रयुक्त की गई बाइक भी बरामद की जाएगी। संभवत: वह चोरी की हो सकती है।
लहसुन चोरी के मिले सुराग
सूत्र बता रहे है कि दो पारदियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कुछ दिनों पूर्व हुई बडऩगर मार्ग स्थित नलवा गांव में हुई लाखों की लहसुन चोरी का भी सुराग मिल चुका है। जिसका खुलासा जल्द किया जा सकता है। वहीं कुछ और वारदातों के गैंग द्वारा किये जाने की जानकारी भी सामने आई है। फरार पारदी गिरफ्त में आये तो 4 से 5 वारदातों का और खुलासा हो सकता है।
इनकी रही भूमिका
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पारदी गैंग को पकडऩे में सीएपी पल्लवी शुक्ला, चिंतामन टीआई प्रवीण पाठक, उपनिरीक्षक नरेंद्र कनेश, सहायक उप निरीक्षक राधेश्याम भावर, प्रधान आरक्षक सोमेंद्र दुबे, मनीष शाक्य, आरक्षक सुनील भदौरिया, कमल जसोदिया, जीवन कटारिया के साथ साइबर प्रभारी प्रतीक यादव, उपनिरीक्षक प्रमोद भदौरिया, प्रधान आरक्षक प्रवीण सिंह, महेश जाट की भूमिका रही है। जिन्हें पुलिस अधीक्षक की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा।