श्रद्धालुओं को दोपहर 1 बजे तक कर दिया जाएगा बाहर, ऑन लाइन होंगे दर्शन
उज्जैन, अग्निपथ। आज श्रावण मास के दूसरे सोमवार को भगवान महाकाल की दूसरी सवारी निकाली जाएगी। सभामंडप में पूजन के पश्चात भगवान महाकाल चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में रजत की पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। साथ ही श्री मनमहेश हाथी पर विराजित होकर भक्तों को दर्शन देंगे। आज दोपहर 1 बजे तक श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जाएंगे। इसके बाद सवारी निकालने की तैयारी शुरू की जाएगी।
नगर भ्रमण पर निकलने के पूर्व भगवान महाकाल के श्री चंद्रमौलेश्वर व श्री मनमहेश स्वरूप का मंदिर स्थित सभामंडप में विधिवत पूजन-अर्चन किया जायेगा। उसके पश्चात भगवान पालकी में विराजित होकर अपनी प्रजा को दर्शन देने के लिये नगर भ्रमण हेतु प्रस्थान करेंगे।
मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान को सलामी दी जाएगी। उसके पश्चात सवारी बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए हरसिद्धि मंदिर के समीप से नृसिंह घाट रोड पर सिद्धआश्रम के सामने से होते हुए क्षिप्रातट रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां क्षिप्रा के जल से भगवान महाकाल के अभिषेक-पूजन के पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि पाल से हरसिद्धि मंदिर के सामने मां हरसिद्धि एवं भगवान महाकाल की आरती के पश्चात सवारी बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए महाकालेश्वर मंदिर वापस पहुंचेगी।
सोमवार हेतु दर्शन व्यवस्था
श्रावण माह के प्रत्येक सोमवार को प्रात: 5 से दोपहर 1 बजे तक और सायं 7 से रात्रि 9 बजे तक भगवान महाकाल के सामान्य दर्शन प्रीबुकिंग के माध्यम से ही होंगे। श्रद्धालुओं को प्रीबुकिंग कराकर कोविड प्रोटोकॉल के तहत वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट या 48 घण्टे पूर्व की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाकर निर्धारित दर्शन स्लॉट में ही दर्शन करना होंगे । बिना बुकिंग के दर्शन नहीं हो पााएंगे। सोमवार के दिन 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट काउन्टर दोनों समय बंद रहेंगे ।
दोपहर 1 बजे दर्शन प्रवेश बंद
श्रावण-भाद्रपद माह के प्रत्येक सोमवार को दोपहर 1 बजे के बाद मन्दिर की ओर आने-जाने के मार्ग बन्द कर दिये जायेंगे। सवारी के दौरान सभामंडप में प्रवेश वर्जित रहेगा। सवारी में केवल कहार, पुजारी-पुरोहित और पुलिस, महाकाल मंदिर के 5 कर्मचारी रहेंगे। रामघाट व सवारी मार्ग में आमजन का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा, रामघाट पूजन स्थल पर केवल पुजारी-पुरोहित ही रहेंगे।