छोटे मार्ग से निकलेंगे भगवान चंद्रमौलेश्वर और मनमहेश
उज्जैन, अग्निपथ। भगवान महाकाल की भाद्रपद माह की दूसरी और श्रावण भादौ मास की छठवीं सवारी आज धूमधाम से नगर भ्रमण पर निकलेगी। रजत पालकी में चंद्रमौलेश्वर विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे, साथ ही श्री मनमहेश हाथी पर विराजित होकर भक्तों को दर्शन देंगे। यह छठवीं सवारी है। 6 सितम्बर को अंतिम और शाही सवारी निकाली जाएगी।
सभामंडप में परंपरागत पूजन के पश्चात सवारी मुख्य द्वार से श्री बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए हरसिद्धि मंदिर के समीप से होकर नृसिंह घाट रोड, सिद्धाश्रम के सामने से क्षिप्रा तट रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां क्षिप्रा के जल से बाबा महाकाल के अभिषेक पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि पाल से हरसिद्धि मंदिर पर मां हरसिद्धि व बाबा महाकाल की आरती के बाद श्री बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए महाकालेश्वर मंदिर वापस आयेगी।
सवारी मार्ग पर मंदिर समिति के माध्यम से जगह -जगह पर सजावट की जाती है। बाबा श्री महाकालेश्वर के नगर भ्रमण के दौरान संपूर्ण मार्ग में फूलों व रंगों की सतरंगी रंगोली, आतिशबाजी, रंगबिरंगे ध्वज, छत्रियां आदि के माध्यम से सजाया जा रहा है। संपूर्ण सवारी मार्ग को आकर्षक बनाने के लिये आधुनिक सज्जा के उपायों द्वारा सुसज्जित, सुन्दर व भव्य बनाने का कार्य प्रत्येक सवारी में किया जा रहा है।