स्लॉटर हॉउस बनने के बाद भी गलियों में बिक रहा..?

राणापुर, अग्निपथ। नगर परिषद ने गली मोहल्लों के घरों में संभ्रात परिवारों की बस्ती में खुले आम मांस की बिक्री पर लगाम कसने स्लॉटर हॉउस का निर्माण किया। जिससे गली मोहल्लों में फैलने वाली बदबू और भनभनाती मक्खियों से फैलने वाली बीमारी से निजात मिल सके।
कुछ दिनों तक तो स्लॉटर हॉउस में विक्रय होता रहा पर इसके बावजूद भी इन विक्रेताओं ने पुन: ताड गली,नई राम रहीम कालोनी आदि जहा पूर्व में इन लोगों का व्यवसाय था वहीं बिक्री चालू कर दी। जिसके परिणाम स्वरूप विरोध के स्वर बुलन्द हो रहे है, यही स्वर एक दिन शोर में बदलने की तैयारी में है। इसकी शिकायत तहसीलदार और थाना प्रभारी से की गई मगर परिणाम नजर नहीं आ रहा है।
वैसे जिस स्थान पर स्लाटर हॉउस बनाया गया। वह इसके लिए उपयुक्त नहीं थी। पास में ही गिरधावर एव सिंचाई विभाग का दफ्तर है वहीं एक सोसायटी भी संचालित है। कुछ दूरी पर चिकित्सालय भी स्थित है। स्लाटर हॉउस से निकलने वाली चीख और बदबू से जहां उक्त कार्यालय के कर्मचारी परेशान हंै, वहीं निकलने वाला रक्त रंजित पानी रास्ते पर आने से स्थिति बदहाल हुई जा रही है। स्लाटर हॉउस में होने वाली चिल्ला चोट की आवाजें अस्पताल तक जाती है। बाहर से आने वाले मटन और मछली विक्रेता मंडी के सामने बैठ जाते हैं। जो तहसीलदार निवास और कार्यालय के ठीक बगल में है। पर उक्त बात को संज्ञान में लाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा के कद्दावर नेता मनोहर सेठिया ने भी इस सम्बन्ध में तहसीलदार को अवगत कराया पर परिणाम आज तक नहीं आया। इस समस्या से निपटने का माद्दा रखने वाले सभी अधिकारी और कर्मचारी दिन भर घूमने के बाद भी कुछ कर नहीं पा रहे है जिससे इन अधिकारियों की नीयत साफ जाहिर होती है।

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