उज्जैन, अग्निपथ। मक्सी रोड पर खराब सीमेंट अल्ट्रटेक नई बोरियों में पैक की जा रही थी। गुरुवार को पुलिस प्रशासन ने गोदाम पर छापा मारकर करीब 4500 बोरी अमानक सीमेंट जब्त की। दो मजदूरों को भी पकड़ा, लेकिन मुख्य आरोपी हाथ नहीं आ सका।
मक्सी रोड स्थित पंवासा निवासी जितेंद्र सिंह ठाकुर क्षेत्र में हनुमान मंदिर के पीछेएक गोदाम में खराब सीमेंट को पीस कर अल्ट्राटेक कंपनी सीमेंट की नई बोरियों में पैक कर बेंचता था। कंपनी अधिकारियों की शिकायत पर गुरुवार सुबह एसडीएम राकेश मोहन त्रिपाठी, सीएसपी पल्लवी शुक्ला, टीआई मुनेंद्र गौतम व नायब तहसीलदार भूमिका ने गोदाम पर छापा मारा।
यहां जितेंद्र तो नहीं मिला, लेकिन दो मजदूर खराब सीमेंट की बोरी भरते गिरफ्त में आ गए। तलाशी में यहां 4500 बोरी पत्थर हो चुकी सीमेंट मिली, जबकि पीसकर नई बोरियों में पैक की गई 500 बोरी सीमेंट मिली। यहां से बड़ी मात्रा में नई खाली बोरियां भी जब्त हुई है। मामले में पुलिस ने ठाकुर की तलाशा, लेकिन वह रात तक उसका सुराग नहीं मिला।
खरीददार से भी सीमेंट जब्त
मजदूरों ने यह भी कबूला कि गुरुवार सुबह जितेंद्र ने रायल गार्डन पर 94 बोरी सीमेंट भेजी है। जानकारी मिलते ही टीम ने गार्डन पर भी छापा मारा और सीमेंट जब्त कर ली। सर्वविदित है सीमेंट खराब होने के बाद बेकार हो जाती है। किसी भी निर्माण में इसका उपयोग करना घातक साबित हो सकता है।
धोखाधड़ी का भी केस
सीएसपी शुक्ला ने कहां कि भारी मात्रा में अमानक सीमेंट मिलने पर गोदाम मालिक पर कॉपी राईट एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। नकली सीमेंट बनाने के प्रमाण मिलने पर धोखाधड़ी का केस भी दर्ज कर सकते है।
चार रुपए कम में बेचते थे
हिरासत में लिए गए मजदूरों से पुछताछ में पता चला कि जितेंद्र भारी मात्रा में खराब या एक्सपायरी डेट की सीमेंट लाता था। इस पत्थर हो चुकी इस सीमेंट को पीसकर नई बोरियों में पैक करते थे। यह सीमेंट की बोरी कंपनी दर से चार रुपए कम में बेचते थे। याद रहे अल्ट्राटेक की कीमत 350 रुपए बोरी है।