थांदला, अग्निपथ। नगर परिषद अवैध के नियम विपरीत निर्माणों कार्य और शासकीय भूमियों को लीज पर देने तथा एनजीटी के नियमों के विरूद्ध कार्य न्यायालयीन रोक के बाद भी रूक नहीं रहे हैं। नगरपरिषद के नियम विरुद्ध कार्यों के एकाधिक मामले विभिन्न न्यायालयों में भी प्रचलित है।
नगर परिषद द्वारा लोक निर्माण विभाग की भूमि पर निर्मित अवैध दुकान की लीज प्रक्रिया लाकडाउन में बाले-बाले कर दुकानें आवंटित कर दी। आवंटित दुकानदारों द्वारा ने दुकानों पर कब्जा कर व्यवसाय भी प्रांरभ कर दिया। मामला नगर के बस स्टैंड स्थित सुतरेटी चौराहा पर लोक निर्माण विभाग की भूमि पर अवैध रूप से 10 दुकानों का दिन-रात निर्माण कर मनमाने तरीके से तान दिया गया। जिस भूमि पर काम्प्लेक्स निर्माण किया गया वहां पहले लोक निर्माण विभाग का कार्यालय संचालित होता था जिसका भवन जर्जर अवस्था में होकर वर्तमान में भी स्थित है।
यह पूरा परिसर लोक निर्माण विभाग के अधीन आता है लेकिन अचरज का विषय है कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारीयों के संज्ञान में आने के बाद भी विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। विभाग के प्रभारी कार्यपालन यंत्री का कहना है कि मेरी जानकारी में नहीं है, दिखवा लेते हैं। जबकि उक्त काम्प्लेक्स विभागीय गाइडलाइन के विरूद्ध बनाया गया है। उक्त काम्प्लेक्स सडक़ के किनारे होकर मुख्य चौराहे पर स्थित है। सडक़ व काम्प्लेक्स के बीच की दूरी लगभग समाप्त हो गई है।
राजस्व विभाग ने भी इस निर्माण पर कोई कार्यवाही करना उचित नहीं समझा। शिकायत मिलने के बाद राजस्व विभाग भी हरकत में आया। नगर परिषद ने इस से पूर्व भी महिला एवं बाल विकास विभाग के समीप एक सरकारी नाले पर दुकानें तान कर इनकी भी नीलामी कर दी गयी थी, किन्तु मामला सुर्खियों में आने तथा कुछ लोगों द्वारा न्यायालय में वाद दायर करने के चलते यह कार्य अभी रुका हुआ है।
सुतरेटी चौराहे पर निर्मित अवैध कॉम्लेक्स पर दिवाली मुहूर्त में दुकानदारों ने नाले पर कब्जा कर टीनशेड लगा दिया तथा एक विद्युत पोल को टीनशेड की जद में ले लिया। नगर परिषद के सीएमओ को दुकानों के संबंध में कोई जानकारी नहीं। वहीं अनुविभागिय अधिकारी राजस्व ने जांच की गेंद तहसीलदार के पाले में डाल दी। अब तहसीलदार का प्रतिवेदन नहीं पहुंचता और सीएमओ नोटिस का जवाब नही देते तब तक अनुविभागीय अधिकारी भी कार्यवाही नहीं करेंगे।
इनका कहना
दुकानों के सम्वन्ध में मुझे कोई जानकारी नहीं है, देख कर बताता हूं। कुछ दुकानें नीलाम हुई है उसकी जानकारी नहीं है। -भारतसिंह टाक सीएमओ नगर परिषद थांदला
मामले संज्ञान में आया है तहसीलदार व सीएमओ से रिपोर्ट तलब की गई है। -अनिल भाना एसडीएम थांदला