75वीं वर्षगांठ पर तीन दिनी आयोजन के समापन समारोह में शामिल हुए राज्यपाल गेहलोत
नागदा, निप्र। देश की आज़ादी के 10 दिन बाद 25 अगस्त 1947 को नागदा में ग्रेसिम की स्थापना की पहली ईंट रखी गई थी। तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि तब से लेकर अब तक कृत्रिम रेशों की यह लंबी श्रृंखला विश्व पटल पर फायबर व्यवसाय को नया आयाम देगी। 75 वर्षो की इस ऐतिहासिक यात्रा में जितने भी सहकर्मी और उनके परिजन शामिल रहे। वे सभी बधाई के पात्र हैं।
यह बात आदित्य बिडला समूह के स्थापना दिवस पर आयोजित तीन दिवसीय समारोह के समापन पर ग्रेसिम अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच वर्चुअली रूप शामिल हुए उद्योग के चेयरमेन कुमार मंगलम बिडला ने कही। अपने संदेश के माध्यम से चेयरमैन कुमार मंगलम बिडला ने आगे भी बेहतर काम करने की शुभकामनाएं देते हुए प्रेरित किया।
कुमार मंगलम ने कहा कि ये कर्मचारियों और श्रमिकों की मेहनत का नतीजा है कि व्यवसाय के क्षेत्र में आदित्य बिडला समूह ने देश ही नहीं बल्कि विश्व पटल पर इतिहास रचा है। आज समूह से जुड़ा अधिकारी-कर्मचारी गर्व से कहता है कि मैं ग्रेसिम या आदित्य बिडला समूह का कर्मचारी हूं। यह छवी हमें आगे भी बनाएं रखना है।
राज्यपाल ने अपने अनुभव सांझा किए तो तालियों से गूंज उठा परिसर
समापन अवसर पर बिडला आयोजित में आयोजित कार्यक्रम में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत भी शामिल हुए। राज्यपाल गेहलोत भी सन 1965 से 1970 तक उद्योग में काम कर चुके है। अपने संबोधन में राज्यपाल ने ग्रेसिम में बिताएं पल कर्मचारियों व श्रमिकों के बीच साझा किए तो परिसर तालियों से गूंज उठा। इस दौरान उन्होंने श्रमिकों व कर्मचारियों का कुशलक्षेम भी पूछा।
नागदा तपस्वियों की भूमि है
कार्यक्रम में शामिल हुए पल्प और फाइबर बिजनेस के समूह डायरेक्टर व वरिष्ठ सलाहकार शैलेंद्रकुमार जैन व ग्रेसिम के वरिष्ठ अध्यक्ष व इकाई प्रमुख के. सुरेश ने कहा कि नागदा तपस्वियों की भूमि है। 75 सालों के इस सफर में सभी की भागीदारी उत्कृष्ट रही है। सभी की सहभागिता से ही यह विकास यात्रा इस विशिष्ट मुकाम पर पहुंच पाई है। इसलिए सभी बधाई के पात्र है।
कार्यक्रम को उद्योग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुधीरकुमारसिंह ने भी संबोधित करते हुए ग्रेसिम की विकास गाथा में सभी का सहयोग बताया। कार्यक्रम में शामिल हुए संस्थान के पूर्व अधिकारी टीएम सोनार, बीएस साहनी, केपी सिनोय, डॉ. मदन सोडानी, डॉ महेंद्र नाहर, मनोज मूंदड़ा, विजय जैन, आदित्य श्रीवास्तव, एसएस पीपाड़ा, एसएम सिसौदिया ने भी अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में आतिशबाजी के साथ केक भी काटा गया।
यह भी शामिल हुए
कार्यक्रम में पूर्व विधायक लालसिंह राणावत, दिलीपसिंह शेखावत, जितेंद्र गेहलोत, असंगठित कामगार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत, वरिष्ठ कांग्रेस नेता बाबूलाल गुर्जर, केमिकल डिविजन इकाई प्रमुख प्रेम तिवारी, लैंक्सेस यूनिट हेड संजयसिंह, संस्थान के संयुक्त अध्यक्ष योगेंद्र सिंह रघुवंशी, उपाध्यक्ष आशीष माहेश्वरी, अमित चांद, बिस्वदीप मैती, अमित गंगवाल, शिक्षाविद दीपक कुमार शर्मा, अजंता हंस अरोरा, योगेश पालीवाल, सुनील सिंह, एसडीएम आशुतोष गोस्वामी, एसडीओपी मनोज रत्नाकर, समाजसेवी प्यारेलाल पोरवाल, पंकज मारू, रवि कांठेड़ , संस्थान के पूर्व वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अजय सिंह, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी संजय व्यास, सहायक उपाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्रा आदि मौजूद थे। संचालन डॉ. सुरेंद्र मीणा, अरुण सीठा, दीप्ति रघुवंशी ने किया।