झाबुआ, अग्निपथ। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा मध्यप्रदेश की जनता के हित में अवैध सूदखोरों के विरूद्ध कड़ी एवं सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे। इसी क्रम में झाबुआ पुलिस भी सूदखोरों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस मोड में काम कर रही है। पुलिस अधीक्षक झाबुआ आशुतोष गुप्ता ने इसे गंभीरता से लिया व समस्त थाना प्रभारियों व एसडीओपी को ऐसे सूदखोरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिये है। चूंकि हमारे जिले की भोली-भाली जनता बैंक की कागजी प्रक्रियाओं से ज्यादा परिचित नहीं है। इसका लाभ सूदखोर उठाने का प्रयास करते है व यहॉ की जनता को ब्याजखोरी के चंगुल में फंसाने का काम करते है।
इसी क्रम में झाबुआ पुलिस ने अवैध सूदखोरों के खिलाफ एक बड़ी कार्यवाही की है। इसी तारतम्य में बाहरी राज्य से आकर आदिवासी भाई-बहनों को ऋण के चंगुल में फंसाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। ऐसी मूखबीरों से सूचनाएं मिल रही थी कि तमिलनाडु से आने वाले कुछ लोग ऐसे ही झाबुआ की जनता से अवैध सूदखोरी कर बहुत ज्यादा ब्याज दर पर रूपये देते हैं। बाकायदा उनके द्वारा रुपए लेने वाले हर व्यक्ति की डायरी बनाई जाती है। ब्याज पर रुपए देने वाला या फिर उसी का कोई कर्मचारी रोज ब्याज व मूलधन को जोडक़र बनी रोज की किस्त लेता है और डायरी में एंट्री करता है। जब समस्त किस्ते समाप्त हो जाती है तो डायरी को भी फरियादी से लेकर अपने पास रख लेते हैं। ब्याज पर लिये गये रूपये चुका देने के बाद भी अधिक ब्याज मांगने व न देने पर धमकी देने तथा परेशान करने की शिकायतें भी प्राप्त हो रही थी।
इसी तारतम्य में थाना प्रभारियों को अलर्ट किया गया था। थाना प्रभारी काकनवानी के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए 09 सूदखोरों पेरियादुरई, शक्तिवेल, महेश कुमार, मुत्थुकुमार, कार्तिक राजा, अरूण, वसन्तुकुमार, शिवासामी, शक्ति वेल को पुलिस गिरफ्त में लिया गया। इन आरोपियों को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा काकनवानी, मेघनगर, थांदला, रानापुर एवं झाबुआ क्षेत्र में सूदखोरी का कार्य करना बताया। उदाहरण के तौर पर जैसे किसी एक फरियादी को आरोपियों द्वारा 50,000/-रू. दिये गये। तो इनसे 60 दिवस तक प्रत्येक दिवस 1,000/-रू. के मान से 60,000/-रू. वसूलते थे।
इस प्रकार से ब्याज दर 120 प्रतिशत के आसपास रखते थे, जिससे की मोटी वसूली की जा सके। अभी तक करीब-करीब 400 भरी हुई डायरिया (जिनसे सम्पूर्ण वसूली पूर्ण हो चुकी थी) जप्त की गई है। इसके अतिरिक्त आरोपियों के अनुसार 1000 से भी ज्यादा लोगों से अभी वसूली करना शेष है।
आसपास के जिलों अलीराजपुर-(बोरी, उदयगढ़) एवं राज्य राजस्थान (बासवाड़ा, कुशलगढ़) में भी उक्त आरोपियों के द्वारा अवैध सूदखोरी का व्यवसाय करने के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है, जिसके संबंध में अग्रीम कार्यवाही की जा रही है।