रीवा से लौट रहा था परिवार, एक पुत्र बाल-बाल बचा
उज्जैन,अग्निपथ। माधवनगर थाने का आरक्षक बुधवार को परिवार के साथ हादसे का शिकार हो गया। रीवा से लौटने के दौरान सीहोर में पेड़ से टकराने पर हुई दुर्घटना में आरक्षक उसकी पत्नी व छोटे बेटे की मौत हो गई,जबकि बड़ा बेटा बच गया। घटना का पता चलते ही पुलिस विभाग में शोक छा गया।
नागझिरी स्थित पुलिस लाइन निवासी आरक्षक विश्वेश शुक्ला (35) करीब दो साल से माधवनगर थाने में पदस्थ था। एफआरवी (डायल-100) में तैनात शुक्ला मांं के बीमार होने पर करीब एक माह की छुट्टी लेकर परिवार के साथ रीवा गया हुआ था। बुधवार को वह कार से परिवार के साथ लौट रहा था। दोपहर करीब 1 बजे उसकी कार सिहोर में नीम के पेड़ से टकरा गई।
हादसा इतना भीषण हुआ कि कार के परखच्चे उड़ गए। अगली सीट पर सवार पत्नी नैनिका (33) पुत्र अनुज (10) की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों ने सभी को कार से निकाला। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और गंभीर घायल शुक्ला को देवास स्थित अस्पताल में भेजा, लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। दुर्घटना में कार में पीछे बैठे शुक्ला के बड़े पुत्र आनंद (13) को खरोच तक नहीं आई है। घटना में तीनों की मौत होने की पुष्टि एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने की है।
पिता-बहन भी पुलिस में
उज्जैन में दुर्घटना की खबर आते ही पुलिस विभाग में शोक छा गया। साथी पुलिसकर्मियों ने बताया कि शुक्ला ने दीपावली पर ही कार ली थी। संभवत: वह नई कार से पहली बार लंबी दूरी की यात्रा पर गया था। शुक्ला के पिता शाजापुर में पुलिसकर्मी थे वह सेवानिवृत हो चुके हैं। उसकी बहन भी उज्जैन पुलिस विभाग में हंै।