गंदा पानी पीने को मजबूर लोग, 100 मरीजों में से 20 पीलिया ग्रस्त
नागदा, अग्निपथ। नगर पालिका नागदा द्वारा दूषित पेयजल प्रदाय किया जा रहा है। लिहाजा शहर में हर 100 मरीज पर 20 पीलिया से ग्रस्त है। उक्त बात की पुष्टि मनोहर वाटिका स्थित चौधरी अस्पताल के डॉ. सुनील चौधरी ने कि है।
डॉ चौधरी ने बताया कि, सप्ताह भर में 40 मरीज पीलिया के मिले हैं, साथ ही प्रतिदिन 15 से 20 मरीज डायरिया के आ रहे हैं। दूषित खानपान और दूषित पानी इसका कारण है। दूसरी ओर नागदा की करीब एक लाख की आबादी वाले शहर में नपा दूषित पेयजल प्रदाय कर रही है।
इसे लेकर शहरवासियों में आक्रोश व्याप्त है। बताते चले कि, साल 2016 में नायन डेम स्थित नपा फिल्टर प्लांट की स्थापना हुई थी। इसके बाद से नपा ने पानी को शुद्ध करने के लिए लगाए गए फिल्टर मीडिया को बदला ही नहीं है।
फिल्टर मीडिया कितने भी गंदे पानी के रंग को साफ करने के साथ ही बैक्टीरिया को निकाल देता है। हैरानी की बात यह है कि, 10 दिन पूर्व नपा प्रशासक आशुतोष गोस्वामी ने नपा सीएमओ सीएस जाट को फिल्टर मीडिया बदलने के लिए टेंडर निकालने के निर्देश दिए थे। दस दिन बीत जाने के बाद भी टेंडर खोलने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। लिहाजा शहरवासी दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
मामले में नपा प्रशासक आशुतोष गोस्वामी का तर्क है कि, फिल्टर प्लांट पर पानी को उपचारित करने के बाद ही नलों में सप्लाई किया जाता है। प्लांट का फिल्टर बदलने की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। शहरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना मेरी पहली प्राथमिकता है।