श्रद्धालुओं को नहीं लगाना पड़ेगा लंबा चक्कर, तोडफ़ोड़ से चोटिल होने से बचेंगे
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब आम श्रद्धालुओं को अधिक घूमकर भगवान महाकाल के दर्शन नहीं करना पड़ेंगे। दर्शन करने के लिए पहुंचने के रास्ते को मंदिर प्रशासन द्वारा छोटा कर दिया गया है। अब छोटे रास्ते से सीधे श्रद्धालुओं को फेसलिटी सेंटर के अंदर भेजा जा रहा है। गुरुवार से इस व्यवस्था को लागू कर दिया गया।
पहले श्रद्धालुओं को शंख द्वार का चढ़ाव चढक़र मुख्य प्रवेश द्वार नंबर-1 से घूमकर टनल के उपर से गुजरकर फेसिलिटी सेंटर में प्रवेश दिया जा रहा था। यहां से टनल-1 और 2 से होते हुए गेट नंबर-6 और फिर यहां से कार्तिकेय मंडपम में प्रवेश कर गणेश मंडपम में लगी हुई रैलिंग से दर्शन कराए जा रहे थे, लेकिन अब गुरुवार से नया प्रवेश सिस्टम लागू कर दिया गया है। शंख द्वार से सीधे भस्मार्ती काउंटर के सामने स्थित द्वार से फेसिलिटी सेंटर में प्रवेश कराया जा रहा है, जिससे लगने वाला चक्कर श्रद्धालुओं को नहीं लगाना पड़ रहा है। विशेषकर बच्चे और बुजर्गों को इस व्यवस्था के कारण लाभ मिल रहा है।
आसपास हो रही तोडफ़ोड़
मंदिर के एक अधिकारी ने बताया कि विजयाराजे प्रसूतिगृह में तोडफ़ोड़ का काम किया जा रहा है, जिसके चलते श्रद्धालुओं को चोटिल होने की संभावना बनी हुई थी। इसी से बचाव के लिए इस व्यवस्था को लागू किया गया है। वहीं 250 रुपये टिकट धारियों को सीधे फेसिलिटी सेंटर में प्रवेश कराया जाकर भगवान महाकाल के दर्शन कराए जा रहे हैं। आम श्रद्धालु इस प्रकार की व्यवस्था लागू होने से प्रसन्न नजर आए।