मकर संक्रांति पर्व के पूर्व से ही शहर के आसमान पर रंग-बिरंगी पतंगों का कब्जा शुरू हो गया है। इन पतंगों के साथ ही एकबार फिर चाइना डोर भी आसमान में उडऩे लगी है। हर साल चाइना डोर के खिलाफ जोर-शोर से मुहिम चलाई जाती है। अभी तक चाइना डोर के खिलाफ किसी तरह की कोई मुहिम शुरू नहीं हुई है। शायद शहरवासियों का गला कटने या किसी के चोटिल होने का इंतजार किया जा रहा है। किसी के साथ कोई घटना होने के बाद ही सरकारी फरमान निकलेगा और तोपखाना सहित अन्य दुकानों पर प्रशासन कार्रवाई करने पहुंचेगा। हालांकि बाजारों में दुकानदार अभी बहुत बेखौफ होकर चाइना डोर नहीं बेच रहे हैं। कहीं न कहीं अभी-भी उन्हें प्रशासन का भय तो बना हुआ है। प्रशासन के इस भय का लाभ दुकानदार मुनाफा कमाकर उठा रहे हैं। वह चाइना डोर बेचने वालों को डराते हुए उस पर प्रतिबंध की बात कह रहे हैं और उसे ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं। जिला प्रशासन को समय रहते चाइना डोर पर प्रतिबंध की सूचना जारी कर देनी चाहिए, इसी के साथ इसके खिलाफ अभी से कार्रवाई भी शुरू कर देनी चाहिए, ताकि दुकानदार हर बार की तरह यह रोना नहीं रोएं कि उन्होंने चाइना डोर का स्टॉक कर लिया था।