उज्जैन, अग्निपथ। 9 माह की गर्भवती महिला मंगलवार दोपहर चक्कर आने पर गिर पड़ी सिर में चोंट लगने पर परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। गर्भ में पल रहे शिशु का बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन सांसे थम चुकी थी।
श्रीराम कालोनी बुधवारिया में रहने वाली अंजली पति खुशवंतसिंह (32) 9 माह की गर्भवती थी। उसे 2 दिन बाद आरडी गार्डी में भर्ती किया जाना था। वह अपनी 5 वर्षीय बेटी को दोपहर में नहला रही थी। उसी दौरान चक्कर आने पर गिर पड़ी। सिर में चोंट लगने पर बेटी ने शोर मचाया। परिजन पहुंचे और अंजली को उठाया गया। वह कुछ बोल नहीं पा रही थी। उसे आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजन चरक भवन लेकर आये। जहां डॉ. अंशिता यादव ने चेकअप किया, अंजली ब्रेन डेड हो चुकी थी। उसके गर्भ में पल रहे शिशु का बचाने का प्रयास किया गया और बाहर निकालने के लिये परिजनों से अनुमति मांगी, लेकिन परिजनों ने पति के शहर से बाहर होने की बात कहकर इंकार कर दिया।
चरक भवन आरएमओ निधी जैन ने बताया कि शिशु का चेकअप करने पर उसकी सांसे भी थम चुकी थी। गर्भवती महिला की मौत होने पर शिशु को आक्सीजन नहीं मिल पाती है, वहीं ब्लड का सर्कुेलेशन भी बंद हो जाता है। समय पर परिजन चरक भवन आते तो शिशु का बचाया जा सकता था। गर्भवती महिला का मामला होने पर ड्युटी कंपाउंडर ने मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी। शव पोस्टमार्टम कक्ष में रखा गया है। पति के लौटने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा।