नागदा, अग्निपथ। समूह लोन की किश्त जमा करने के बावजूद फाइनेंस कंपनी द्वारा रुपयों के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है। मामले में ग्रामीणों ने फाइनेंस कंपनी कार्यालय के बाहर हंगामा कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने लोन की लगभग सभी किश्ते जमा कर दी है।
शनिवार को वे अंतिम किश्त जमा करने पहुंचे थे, लेकिन कंपनी मैनेजर ने उल्टा ग्रामीणों पर और किश्त जमा करने पर दबाव बनाया। मामले में कंपनी के मैनेजर जितेंद्र चौहान से बात करने की कोशिश की, लेकिन मैनेजर के निर्देश पर कर्मचारी ने बाहरी व्यक्ति के अंदर प्रवेश पर रोक लगा दी।
दरअसल, ग्राम रुपेटा के ग्रामीण मेहराज, खेरुन बी, कैलाशीबाई, श्यामुबाई, चैनाबाई, सीमाबाई, आनंदीबाई, सुमित्राबाई ने मिलकर सर्वाूेदय स्माल फाइनेंस कंपनी से 28 हजार रुपए का लोन लिया था। इनमें पवनबाई का 26 हजार का लोन अलग था। गा्रमीणों ने बताया कि अप्रैल में लोन लेने के बाद उन्होंने लोन की लगभग सभी किश्ते कंपनी में कार्यरत अनिता गुर्जर को जमा कराई थी।
ग्रामीणों ने इस महिला कर्मचारी के साइन भी दिखाएं। ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार को अंतिम किश्त जमा करने के लिए वे कंपनी के कार्यालय एप्रोच रोड पर पहुंचे थे। मगर यहां मैनेजर द्वारा उनकी किश्ते बकाया बताते हुए प्रत्येक पर करीब 4 से 6 हजार रुपए और जमा कराना बताया।
कंपनी की मनमानी से आक्रोशित ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि वे कलेक्शन करने वाली महिला कर्मचारी अनिता को तलब करें, लेकिन कंपनी ने ऐसा करने की बजाएं उल्टा ग्रामीणों पर रुपए जमा कराने को कहा। कंपनी मैनेजर का कहना था कि उक्त कर्मचारी ने उनके यहां से नौकरी छोड़ दी है। मामले की शिकायत ग्रामीणों ने पुलिस को करने की बात कही है।