थांदला, अग्निपथ। कस्बा पटवारी के एकतरफा निलंबन मेंं प्रशासन की किरकिरी के बाद नगर मे शासकीय भूमियो पर अवैध कब्जे पर प्रशासन का बुलडोजर आखिरकार चल ही गया। सोमवार को तहसीलदार शक्तिसिंह चौहान ने पेटलावद रोड पर करीब 8 वर्ष पूराने पक्के अतिक्रमण को तोडने की कार्यवाही प्रारंभ की।
तहसीलदार चौहान सोमवार को सुबह नगर परिषद के अमले के साथ बुलडोजर लेकर पेटलावद रोड पर महाराजा सिनेमा के पास स्थित ज्योति पति जयप्रकाश तथा मुॅफफजल पिता आदमअली बोहरा के 65 बाय 59 के निर्माण को अतिक्रमण मानकर तोडने के लिये पहुचे थे। इतने समय बाद अवैद्य कब्जे को हटाये जाने पर तहसीलदा चौहान का तर्क था कि कागजी कार्यवाही में समय लगता है इस वजह से विलंब हो जाता है।
उल्लेखनीय है कि उक्त निर्माण सर्वे न 492/2 में किया गया था जिसका लीज प्रकरण वर्तमान में प्रशासन के पास लंबित है। उक्त सर्वे नम्बर 492/2 में से 0.43 हेक्टर भूमि पर झाबूआ के जितेन्द्र पटेल ने अपनी संस्था के लिये लीज मांगी है। उक्त निर्माण विगत 8 वर्षो से बना होकर पूरी तरह से पक्का निर्माण था जिसमें दो दुकाने बनी होकर पूरी भूमि को बाउडीवाल बनाकर कवर किया हुआ था जो कि मुख्य मार्ग पर ही स्थित है तथा प्रशासन की जानकारी में भी था। जिसके पास में वर्तमान में नवीन पेटोल पंप भी स्थापित हुआ है।
पेटलावद मार्ग पर स्थित सर्वे नम्बर 492/2 पर अवैद्य कब्जे की शिकायते काफी समय से की जा रही थी किन्तु कोई कार्यवाही नही हो रही किन्तु उक्त भूमि पर जितेन्द्र पटेल के लीज प्रकरण आते ही जिला प्रशासन हरकत में आया और आनन फानन में प्रशासन को 8 वर्ष पूराना अतिक्रमण नजर आया। उक्त कार्यवाही को नगर में प्रशासन और भुमाफियाओ के गठजोड से जोडकर देखा जा रहा है। प्रशासन इस तरह की कार्यवाही अन्य अतिक्रमणकर्ताओ पर भी करने का साहस दिखायेगा यह नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इनका कहना
नगर में षासकीय भूमियों पर अतिक्रमण व अवैध कब्जे को चिन्हित किया गया है कागजी कार्यवाही पूर्ण होते ही सभी पर कार्यवाही की जावेगी। – शक्तिसिंह चौहान, तहसीलदार थांदला