नागदा, अग्निपथ। स्टेट हाईवें नंबर 17 पर बुधवार की शाम को लगभग तीन बजे एक निजी बस अनियंत्रित होकर पलटी खा गई। एक पेट्रोल पम्प व्यवसायी ने दो युवकों की मदद से घायल को अस्पताल पहुंचाया। गनीमत रही कि बस ब्रिज से नीचे नहीं गिरी, अन्यथा गंभीर हादसा हो सकता था।
हादसों के नाम से जाने वाले स्टेट हाईवें नंबर 17 पर बुधवार की शाम को एक बड़ी सडक़ दुर्घटना होने से टल गई। मंदसौर से इंदौर जा रही बीके यादव बस नंबर एमपी-13-पी-3418 अनियंत्रित होकर पलटी खा गई। गनीमत रही कि बस ब्रिज के नीचे आने के बाद पलटी, अन्यथा गंभीर हादसा हो सकता था। बस में 20 यात्री सवार थे, जिसमें से तीन यात्रियों की हालत गंभीर होने पर उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।
पेट्रोल पम्प व्यवसायी बद्रीलाल पोरवाल ने बताया कि मैं अपने पेट्रोल पम्प जा रहा था कि इसी दौरान ब्रिज से नीचे उतर रही एक तरफ झुकने लगी, एकाएक बस पलट गई। मैंने सचिन दुबे और लक्की गुर्जर की मदद से बस के कांच फोडकऱ बाहर निकाला और उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। बस के चालक और परिचालक को भी मामुली चोंट आई।
हादसे की खबर लगते ही डॉयल-100 के प्रमोद गोलावद, यातायात आरक्षक मुकेश राठौर सहित एम्बुलेंस 108 मौके पर पहुंचे। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई, पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा।
गौरतलब है कि बीके यादव बस की एक अन्य बस को मंगलवार को बडनग़र रोड़ पर एक बाईक सवार को टक्कर मार दी थी, जिससे गुस्से ग्रामीणों ने बस को आग लगा दी थी। स्थानीय बस ऑपरेटरों का कहना है बस के अगले पहिये का नटबोल्ट टूट गया था, जिसके कारण पहिया जाम हो गया, जिससे काफी दूर तक पहिया घसीटते हुए गया। वाहन चालक की सुझबुझ से बड़ा हादसा होने से टल गया।