उज्जैन, अग्निपथ। चिमनगंज थोक सब्जी मंडी में रविवार सुबह अजीब ही नजारा देखने को मिला। मंडी के भीतर हरे धनिए की कीमत जमीन पर आ गई, भाव नहीं मिले तो कई किसानों ने तो हरे धनिए को सडक़ पर ही पटक दिया। सब्जी वालों को अन्य सब्जी खरीदने पर हरा धनिया मुफ्त में बांटा गया।
उज्जैन में ही वो नजारा पुराना नहीं है। एक समय था जब धनिया, सब्जी वाले इनाम गोली के रूप में दे दिया करते थे। फिर ऐसा भी वक्त आया जब धनिए के भाव ने आसमान छुआ। वक्त फिर खुद को दोहराता है। रविवार को एक बार फिर वही पहले जैसी स्थिति आ गई। हरे धनिए के भाव भाव जमीन पर आ गए। भाव ठीक नहीं मिले तो किसान और व्यापारियों को हरा धनिया मुफ्त में ही बांटना पड़ा।
रविवार सुबह चिमनगंज थोक सब्जी मंडी में 20 रूपए से लेकर10 रूपए प्रति पोटली तक हरा धनिया बिका। आवाक ज्यादा होने की वजह से करीब 3 क्विंटल से अधिक हरा धनिया तो बिका ही नहीं। इसे मंडी तक लाने में किसानों को रकम अलग से खर्च करना पड़ी। नतीजा बिना बिके हुए हरे धनिए को कई किसानों ने रोड़ पर ही पटक दिया।
व्यापारियों का कहना है कि धनिए को स्टोर किया गया तो वह खराब हो जाएगा इसीलिए उसे फ्री में ही बांटना पड़ रहा है। फ्री में धनिया मिल रहा है यह सुनकर लोग वहां पहुंच गए और धनिया को अपनी अपनी जरूरत के हिसाब से लग गए। इसके बावजूद मंडी में काफी सारा धनिया बच भी गया।