उन्हेल नागदा रोड पर हादसा: 5 घायल
उन्हेल, अग्निपथ। उज्जैन-उन्हेल-नागदा रोड पर बीती रात को हुई दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना के बाद ऐसा लग रहा था कि और भी मौत के ग्रास बनेंगे पर बाबा महाकाल की कृपा रही की सभी सुरक्षित रहे और सभी का उपचार समय पर शुरू हो गया और बड़ी घटना टल गई। यह मामला जब रात में ही सुर्खियां बन गया तो स्थानीय प्रशासन के नायब तहसीलदार नवीन छलोत्रे रात्रि में ही अपने दल के साथ उज्जैन पहुंचे और निजी हॉस्पिटल के उपचार कर रहे चिकित्सकों से आधा दर्जन से अधिक घायलों के मामले में जानकारी ली।
चिकित्सक नायब तहसीलदार को बताया कि सभी घायल सुरक्षित हैं जिन्हें जरूरत थी उन्हें आईसीयू में रखा गया है अधिकांश की छुट्टी शनिवार की सुबह कर दी जाएगी। वहीं इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है। नायब तहसीलदार ने अग्निपथ को बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जो भी कमी सामने आई है उसके लिए नागदा एसडीएम को पत्र लिखा जा रहा है। घटना के बाद प्राथमिक उपचार में कोई परेशानी नहीं आए इस पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रशासन की कमी घटना के बाद यह सामने आई है कि संबंधित सडक़ का रखरखाव करने वाले एमपीआरडीसी तथा टापवर्थ कंपनी को कोई भी निर्देश जारी नहीं हुए हैं यह हमारे सूत्र बता रहे हैं।
जिला प्रशासन के कप्तान को चाहिए कि सिर्फ जितना ध्यान अंधे मोड़ पर दिया जा रहा है उससे ज्यादा ध्यान सपाट सडक़ पर दे और वहां पर रखरखाव करने वाली कंपनी को सोल्डर बनाने के निर्देश जारी करें और हमारे द्वारा जो भी जानकारी दी जा रही है। उस पर भरोसा ना करें अपने अधीनस्थ अधिकारियों से रिपोर्ट मंगवाई जाए तो हमारे द्वारा जो भी कमियां बताई जा रही है।
वहीं दुर्घटना का प्रमुख बिंदु सामने आएगा जिला कप्तान इच्छाशक्ति रख सिर्फ इस पर काम करेंगे तो दुर्घटना का जो ग्राफ् बढ़ रहा है उस पर विराम लग जाएगा। समझने के लिए इतना है कि सपाट सडक़ पर वाहनों की गति तेज होती है ओवरटेक हो या क्रॉसिंग शोल्डर नहीं होने के कारण वाहन चालक संतुलन खो बैठता है और फिर दुर्घटना सामने आती है प्रतीक्षा रहेगी जवाबदार इस पर काम करता नजर आए।
प्रशासन के सामने खड़े होते सवाल!
उज्जैन उन्हेल नागदा रोड पर बीती रात को हुई दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई घटना के बाद ऐसा लग रहा था कि और भी मौत के ग्रास बनेंगे पर बाबा महाकाल की कृपा रही की सभी सुरक्षित रहे और सभी का उपचार समय पर शुरू हो गया और बड़ी घटना टल गई, यह मामला जब रात में ही सुर्खियां बन गया तो स्थानीय प्रशासन के नायब तहसीलदार नवीन छलोत्रे रात्रि में ही अपने दल के साथ उज्जैन पहुंचे और निजी हॉस्पिटल के उपचार कर रहे चिकित्सकों से आधा दर्जन से अधिक घायलों के मामले में जानकारी ली। नायब तहसीलदार को बताया कि सभी घायल सुरक्षित हैं जिन्हें जरूरत थी उन्हें आईसीयू में रखा गया है। अधिकांश की छुट्टी शनिवार की सुबह कर दी जाएगी। वही इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
नायब तहसीलदार ने अग्निपथ को बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जो भी कमी सामने आई है उसके लिए नागदा एसडीएम को पत्र लिखा जा रहा है घटना के बाद प्राथमिक उपचार में कोई परेशानी नहीं आए इस पर ध्यान दिया जा रहा है, प्रशासन की कमी घटना के बाद यह सामने आई है कि संबंधित सडक़ का रखरखाव करने वाले एमपीआरडीसी तथा टापवर्थ कंपनी को कोई भी निर्देश जारी नहीं हुए हैं यह हमारे सूत्र बता रहे हैं , जिला प्रशासन के कप्तान को चाहिए कि सिर्फ जितना ध्यान अंधे मोड़ पर दिया जा रहा है उससे ज्यादा ध्यान सपाट सडक़ पर दे और वहां पर रखरखाव करने वाली कंपनी को सोल्डर बनाने के निर्देश जारी करें। समझने के लिए इतना है कि सपाट सडक़ पर वाहनों की गति तेज होती है ओवरटेक हो या क्रॉसिंग शोल्डर नहीं होने के कारण वाहन चालक संतुलन खो बैठता है और फिर दुर्घटना सामने आती है प्रतीक्षा रहेगी जवाबदार इस पर काम करता नजर आए।