उपज के कम दाम मिलने से नाराज हुए किसान, नीलामी फड़ पर भी हंगामा
उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में सोमवार की सुबह जमकर हंगामा हुआ। सुबह नीलामी शुरू होते ही किसानों ने उपज का कम दाम मिलने पर विरोध जताया और मंडी नीलामी बंद करवा दी। इस घटनाक्रम के बाद करीब 5 घंटे तक कवायद के दौरान मंडी सचिव के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन हुआ। कांग्रेस से जुड़े नेताओं ने आगर रोड़ पर चक्काजाम कर दिया, इसके अलावा नीलामी फड़ पर भी हंगामा हुआ।
कृषि उपज मंडी में सोमवार को 19 हजार बोरी उपज की आवक थी। मंडी में करीब 800 ट्रालियां पहुंची थी। सुबह 11 बजे जैसे ही मंडी में नीलामी की शुरूआत हुई, किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। किसानों का आरोप था कि व्यापारी जानबुझकर उपज का दाम कम लगा रहे है। किसानों की मांग थी कि उपज का दाम समर्थन मूल्य से कम नहीं होना चाहिए।
इसके ठीक उलट व्यापारियों का तर्क था कि उपज की क्वालिटी देखकर ही दाम तय किए जा रहे है। किसानों द्वारा मंडी बंद कराने के बाद एसडीएम कल्याणी पांडे कृषि उपज मंडी पहुंची। उन्होंने व्यापारियों व किसान प्रतिनिधियों से बात की। इसी बीच कांग्रेस से जुड़े नेता और भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि भी मंडी पहुंच गए।
कांग्रेस नेताओं ने लगाया आगर रोड पर जाम
कृषि उपज मंडी में किसानों द्वारा उपज के कम दाम मिलने पर नाराजगी जताए जाने के मुद्दे को कांग्रेस नेताओं ने भुनाने का प्रयास किया। वरिष्ठ नेता राजेंद्र वशिष्ठ, युवक कांग्रेस जिला अध्यक्ष भरत शंकर जोशी आदी मंडी पहुंच गए। इन्होंने किसानों को साथ लिया और आगर रोड़ पर चक्काजाम कर दिया।
चक्काजाम के दौरान आगर रोड़ पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। हजारों की संख्या में लोग परेशान हुए। पुलिस अधिकारियों की समझाईश के बाद आगर रोड पर जाम खुला तो वशिष्ठ और उनके समर्थक मंडी सचिव कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठ गए।
किसान संघ वालों से बहस
किसानों के आंदोलन में भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि भी शामिल हो गए थे। इन्होंने एसडीएम व मंडी सचिव से बात की। इसके बाद किसानों को मंडी दोबारा चालू कराने के लिए राजी किया। कांग्रेस नेता इसके लिए तैयार नहीं थे, लिहाजा दोनों पक्षों के बीच खासी बहस भी हुई।
कम दाम वाली ट्राली का सेम्पल लेंगे
कृषि उपज मंडी सचिव उमेश शर्मा बसेडिय़ा ने बताया कि व्यापारी प्रतिनिधि और किसानों के बीच हुई वार्ता के बाद तय हुआ है कि अब जिन भी ट्रालियों का गेंहू 2 हजार रूपए से कम दाम पर नीलाम होगा, उन ट्रालियों से गेहूंू का सेंपल लेकर रखा जाएगा। दाम संबंधी विवाद होने की स्थिति में उपज के सेंपल की जांच से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।