उज्जैन, अग्निपथ। पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के कारण आने वाली दर्शनार्थियों की भीड़ के कारण मंदिर समिति ने 3 से 10 अप्रैल तक गर्भगृह में आम दर्शनार्थियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी। 11 अप्रैल मंगलवार से गर्भगृह से दर्शन पुन: प्रारंभ हो गये हैं।
मंगलवार दोपहर श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक संदीप सोनी ने अधीनस्थ अफसरों के साथ मंदिर क्षेत्र में पहुंचकर मंदिर में आ रहे दर्शनार्थियों की भीड़ का आंकलन करते हुए गर्भगृह से दर्शन प्रारंभ कर दिये। सहायक प्रशासक आरके तिवारी स्वयं गर्भगृह में खड़े रहकर दर्शनार्थियों की व्यवस्था बनाने में सहयोग करते रहे।
महाकाल मंदिर में अब फेसिलिटी सेंटर से भी शीघ्र दर्शन
महाकालेश्वर मंदिर में 11 अप्रैल मंगलवार से शीघ्र दर्शन के लिए सुविधा बढ़ा दी गई है। अब फेसिलिटी सेंटर से भी शीघ्र दर्शन वालों को प्रवेश मिलेगा। यहां पर शीघ्रदर्शन रसीद के लिए एक काउंटर भी खोला गया है। जहां से ऑनलाइन और ऑफ लाइन शीघ्रदर्शन रसीद मिलेगी।
अभी तक शीघ्र दर्शन वाले दर्शनार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था सिर्फ बड़ा गणेश के पास स्थित गेट नंबर ४ से थी। गेट नंबर चार और प्रोटोकाल कार्यालय से रसीद मिलती थी और वहीं से प्रवेश होता था। इस कारण इस गेट पर दर्शनार्थियों का लोड बढ़ गया था। भीड़ बढऩे से आये दिन हंगामे होते थे। इसके अलावा जो लोग महाकाल मंदिर समिति कार्यालय पर पहुंच जाते थे, उन्हें भी लंबा घूमकर प्रोटोकाल कार्यालय तक आना पड़ता था और वहां से रसीद लेकर प्रवेश मिलता था।
ऑनलाइन व्यवस्था से बढ़ी दर्शनार्थियों की संख्या
महाकाल मंदिर में शीघ्रदर्शन के लिए अब ऑनलाइन व्यवस्था भी लागू कर दी है। करीब चार दिन पहले शुरू हुई इस व्यवस्था का सुखद परिणाम यह है कि अब दर्शनार्थी अपनी सुविधा से ऑनलाइन 250 रुपए की रसीद बनवाकर दर्शन के लिए पहुंचने लगे हैं। इस कारण मंदिर काउंटर पर भी रसीद बनवाने वालों की भीड़ आधी रह गई है।
सोमवार से मंदिर प्रशासन ने ऑनलाइन रसीद चैक करने के लिए कंप्यूटराइज काउंटर भी शुरू कर दिया है। मंगलवार से फेसिलिटि सेंटर पर भी ऑनलाइन टिकट चैकिंग का कंप्यूटराइज काउंटर शुरू किया गया।