सर्दी-खांसी-बुखार के 300 से अधिक मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे जिला अस्पताल
उज्जैन, अग्निपथ। मौसम के बदलते मिजाज ने सर्दी खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि कर दी है। हर घर में इसके पीडि़त मरीज मिल जायेंगे। हालांकि इसके लक्षण कोरोना के समतुल्य नजर आ रहे हैं, लेकिन साधारण फ्लू की दवा से बीमारी दो से तीन दिन में ठीक हो रही है। इससे डॉक्टरों ने राहत की सांस ली है। मंगलवार को उज्जैन सहित बडऩगर में दो कोरोना के मरीज मिले हैं।
कोरोना देश सहित प्रदेश में एक बार फिर से अपना पैर पसारने लगा है। इसके मरीजों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। भोपाल इंदौर में देखें तो प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज मिलने शुरु हो गये हैं। मौसम के बदलते मिजाज ने इससे मिलेजुले सर्दी खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ा दी है। घर के एक व्यक्ति को यह इंफेक्शनल बीमारी पकड़ रही है तो दूसरे घर के सदस्य भी इसकी जकड़ में आ रहे हैं।
जिला अस्पताल में ही प्रतिदिन 300 से अधिक सर्दी खांसी और बुखार के मरीज अपना इलाज करवाने के लिये पहुंच रहे हैं। सेठी बिल्डिंग में डॉक्टरों का एक दल वायरल और इससे जुड़ी बीमारी के लियेे बाहर ही टेबल लगाकर मरीजों को उपचार दे रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की इलाज करवाने के लिये कतार लग रही है।
प्रायवेट डॉक्टरों की क्लीनिक पर लंबी लाइन
वायरल इंफेक्शन के इस मौसम में प्रायवेट डॉक्टर जमकर चांदी कूट रहे हैं। चेस्ट रोग विशेषज्ञ तो कोरोना काल की तरह व्यवहार कर छाती कर एक्सरे करवाने से लेकर तमाम तरह की जांचें करवा रहे हैं। खुद की मेडिकल शॉप वाले डॉक्टर तो भारी भरकम दवाएं लिखकर इसमें भी कमीशन की आस संजाये हुए हैं। सुबह से लेकर शाम तक इन डॉक्टरों के पास सर्दी खांसी बुखार के मरीजों की लाइन लगी हुई है। कोरोना काल ही ही तरह इनके द्वारा मरीजों को ट्रीट किया जा रहा है। हालांकि इस अवधि में उनका कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया जाना कोई अतिश्योक्ति पूर्ण प्रतीत नहीं हो रहा है।
एक ऋषिनगर तो दूसरा बडऩगर का मिला पॉजीटिव
मंगलवार को उज्जैन जिले में दो कोरोना के मरीज मिले हैं। कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. रौनक एलची ने बताया कि बडऩगर निवासी 42 वर्षीय व्यक्ति को पिछले डेढ़ माह से कफ और खांसी की शिकायत हो रही थी। उसने अपना प्रायवेट इलाज करवाया लेकिन ठीक नहीं हुआ तो उसने आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में कोरोना जांच करवाई। इसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसे होम आइसोलेट किया गया है। इसी तरह ऋषि नगर निवासी 42 वर्षीय महिला 7-8 दिन से सीवीयर कफ से परेशान थी। उसका प्रायवेट डॉक्टर से इलाज चल रहा था। जिला अस्पताल की सेंट्रल लैब में टेस्ट करवाने पर वह पॉजिटिव पाई गई। दोनों मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है। गौरतलब रहे कि इन दो मरीजों को मिलाकर अब तक उज्जैन जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 7 तक पहुंच गई है। इनमें से तीन मरीजों को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में उपचार दिया जा रहा है। जबकि चार मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है। इनमें से एक चरक अस्पताल की डॉक्टर भी शामिल हैं।
सर्दी खांसी बुखार के मरीजों की हालत अधिक खराब होने पर उनको भर्ती किया जा रहा है।
– डॉ. भोजराज शर्मा, आरएमओ