त्रिवेणी संग्रहालय के ऑडिटोरियम में प्रजेंटेशन देखने के बाद मुख्यमंत्री बोले-भगवान महाकालेश्वर के लिये पैसे की कोई कमी नहीं
उज्जैन, अग्निपथ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को त्रिवेणी संग्रहालय के ऑडिटोरियम में महाकाल विकास योजना का प्रजेंटेशन देखा एवं 500 करोड़ रुपये की लागत के फेज-1 एवं फेज-2 के निर्माण कार्यों को स्वीकृति प्रदान करते हुए निर्माण कार्यों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से विस्थापित होने वाले व्यक्तियों, दुकानदारों, छोटे-मोटे धंधे करने वाले व्यक्तियों का भी विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने योजना के विभिन्न घटकों का नामकरण उज्जैन की परम्परा एवं संस्कृति के आधार पर करने के लिये कहा है। मुख्यमंत्री ने देश एवं विदेश में इस तरह के निर्माण कार्यों में जहां-जहां अच्छे प्रयोग हुए हैं, उनका अनुकरण कर कार्य करने को कहा है।
अन्नक्षेत्र, प्रवचन हाल व धर्मशाला के स्थान पर पुनर्विचार करें
मुख्यमंत्री ने योजना के तहत अन्नक्षेत्र एवं प्रवचन हॉल व धर्मशाला के लिये स्थान चिन्हित करने के लिये पुन: विचार करने के लिये कहा है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि नये प्रवचन हॉल, धर्मशाला आदि का जैसे-जैसे निर्माण कार्य आगे बढ़ता जाये, वैसे-वैसे पुराने निर्माण हटायें जायें।
रूद्रसागर के निर्माण कार्यों को त्रिवेणी संग्रहालय से देखा
मुख्यमंत्री ने प्रजेंटेशन के बाद त्रिवेणी संग्रहालय की छत पर जाकर रूद्रसागर में किये जा रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया तथा कहा कि विस्तार से अवलोकन के लिये एक बार फिर आऊंगा।