उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय की ऑनलाइन परीक्षा आवेदन का मंगलवार को आखिरी दिन है। लंबे समय से फॉर्म जमा करने की लिंक बंद है, और सोमवार को जब लिंक खुली और संभागभर के विद्यार्थी यूनिवर्सिटी पहुंचे तो पता चला कि सोमवार को 1 मई का अवकाश है। मायूस विद्यार्थियों को कुलपति का सहारा मिला। कुलपति ने ऑनलाइन की विंडो पर काम शुरू करवाया और विद्यार्थियों को फॉर्म भरने में मदद मिली।
विक्रम विश्वविद्यालय की व्यवस्थाएं बेपटरी होती जा रही है। परिक्षेत्र के अंतर्गत संभाग के कई जिलों से विद्यार्थी परीक्षा आवेदन पत्र के लिए ऑनलाइन लिंक के दिक्कत से परेशान हैं। कई बार शिकायत के बाद भी समस्या हल नहीं हुई तो कॉलेजों से विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय पहुंचा दिया। लिहाजा सोमवार को दर्जनों विद्यार्थी विश्वविद्यालय पहुंचे तो यहां आकर पता चला कि 1 मई मजदूर दिवस का अवकाश है। ऐसे में विद्यार्थी मायूस होकर बैठ गए।
हालांकि कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडे को भी विश्वविद्यालय में 1 मई को अवकाश होने की जानकारी नहीं थी। विद्यार्थी की समस्या की सूचना मिली तो कुलपति विश्वविद्यालय पहुंचे इसके बाद ऑनलाइन सेल में कर्मचारियों को बैठाकर कार्य शुरू कराया। विद्यार्थियों ने बताया कि मंगलवार को ऑनलाइन परीक्षा आवेदन की अंतिम तिथि है। हम पिछले 8 दिनों से कॉलेज में शिकायत कर रहे है। कॉलेज से विश्वविद्यालय को समस्या बताई थी।
उसके बाद भी आवेदन जमा नहीं हो पा रहे थे। मजबूर होकर सोमवार सुबह से यहां आकर बैठे तो दोपहर में भी ऑफिस नहीं खुला था। कुलपति प्रो. पांडे ने विद्यार्थियों से चर्चा कर विभाग के कर्मचारियों को आवेदन वेरिफाय करने को कहा है।
जब कुलपति को ही अपना परिचय देना पड़ा
सोमवार को एक मौका ऐसा भी आया जब विक्रम विश्वविद्यालय के गलियारे में कुलपति को भी अपने ही कर्मचारी को फोन पर परिचय देना पड़ा। दरअसल नीमच से एक महिला बीए की अंकसूची लेने यहां पहुंची थी। यहां आकर अवकाश का पता चला तो परेशान महिला कुलपति प्रो. पांडे के पास पहुंची और बताया कि कर्मचारी ने उज्जैन आकर मार्कशीट लेने के लिए बुलाया था। यहां पहुंचे तो विभाग में कोई नहीं है।
कर्मचारी को फोन लगाया तो कहा छुट्टी है बाद में आना। महिला और कर्मचारी के बीच चर्चा हो रही थी। इसी दौरान कुलपति ने महिला से फोन लेकर चर्चा की तो कर्मचारी ने स्पष्ट कहा कि मार्कशीट नहीं दे सकते। कुलपति ने कर्मचारी से नाम और विभाग पूछा तो कर्मचारी ने ही परिचय पूछ लिया। मजबूरन कुलपति को कहना पड़ा मैं अखिलेश कुमार पांडे बोल रहा हूं। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन का कुलपति। इतना सुनने के बाद संबंधित कर्मचारी ने फोन बंद कर लिया। हालांकि कुलपति ने मंगलवार को संबंधित कर्मचारियों को अपने ऑफिस में बुलाया है।
सीएम हेल्पलाइन पर भी कर चुकी है शिकायत
नीमच से आई महिला ने बताया कि वर्ष 2016 में उसने बीए की परीक्षा दी थी। परिणाम घोषित होने के बाद ही उसकी मार्कशीट नीमच कॉलेज में नहीं पहुंची। कई बार चक्कर लगाए बताया गया कि महिला की उत्तर पुस्तिका ही विश्वविद्यालय में नहीं है। जबकि नीमच कॉलेज ने महिला के परीक्षा देने और विश्वविद्यालय तक उत्तर पुस्तिका पहुंचाने की जानकारी दे दी थी।
नीमच से विक्रम विद्यालय के चक्कर लगाकर परेशान महिला ने अंतत: मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज करा दी। शिकायत के 8 दिन बाद ही विश्वविद्यालय से महिला को फोन पर कहा गया कि आपकी मार्कशीट तैयार है। कॉलेज नहीं पहुंचा सकते आप आकर ले जाएं।