सीएमएचओ-सिविल सर्जन भी करेंगे स्टाफ की व्यवस्था
उज्जैन, अग्निपथ। दैनिक अग्निपथ ने जैसा कहा था….वैसा ही हुआ। माधव नगर अस्पताल में नवनिर्मित 22 बेड के आईसीयू और 50 बेड के जनरल वार्ड का लोकार्पण तो हो गया, लेकिन मेन पॉवर उपलब्ध नहीं होने के कारण फिलहाल इसको संचालित नहीं किया जा रहा है। जानकारी में आया है कि मेन पॉवर के लिये अब एनएचएम (नेशनल हेल्थ मिशन)अपनी ओर से स्टाफ की व्यवस्था कर माधव नगर अस्पताल भेजेगा।
गुरुवार 8 मई को दोनों की वार्डों का लोकार्पण जल्दीबाजी में कर दिया गया। 2 करोड़ 38 लाख 70 हजार से निर्मित इन वार्डों को संचालित करने के लिये मेन पॉवर नहीं है। इसके लिये अब सीएमएचओ और सिविल सर्जन एनएचएम से स्टॉफ की मांग करेंगे। विगत दिनों सीएमएचओ और सिविल सर्जन नवनिर्मित वार्ड का भ्रमण करने के लिये आये थे, तब उन्होंने रोकस सदस्यों को एनएचएम से मेन पॉवर उपलब्ध करवाने संबंधी बातचीत की थी। एनएचएम नई भर्ती की नर्सिंग स्टाफ को दोनों ही वार्डों के संचालन के लिये भेजेगी। इन वार्डों का संचालन एनएचएम की देखरेख में ही होगा।
4 डॉक्टर्स, 10 नर्सिंग स्टॉफ की जरूरत
दोनों ही वार्डों के संचालन करने के लिये विषय विशेषज्ञ 4 डॉक्टर्स की आवश्यकता रहेगी। साथ ही 10 नर्सों का स्टॉफ भी इसके संचालन के लिये चाहिये होगा। फिलहाल अस्पताल में डॉ. एचपी सोनानिया, डॉ दबोरिया और डॉ. विक्रम रघुवंशी ही इन वार्डों का संचालन करेंगे। डॉ. रघुवंशी फिलहाल रेडियोलॉजिस्ट की ट्रेनिंग करने के लिये एमवायएच अस्पताल में गये हुए हैं। इनके वापस आने के बाद उनसे सेवाएं ली जा सकेंगी।
फिलहाल मरीज भी नहीं, संचालन भी नहीं
लोकार्पण के बाद माधव नगर के इन दोनों ही वार्डों का संचालन नहीं हो रहा है। किसी भी क्रिटिकल सर्जरी का मरीज अथवा नवजात यहां पर भर्ती नहीं किया गया है। ऐसे में जब तक मरीज और स्टॉफ दोनों यहां पर उपलब्ध नहीं होंगे तब तक इन दोनों वार्डों का संचालन नहीं हो पायेगा। हालांकि माधव नगर अस्पताल के प्रभारी डॉ. एचपी सोनानिया अपनी ओर से कोविड के साथ साथ पूरे अस्पताल का दारोमदार संभाले हुए हैं।