सिंहस्थ भूमि को बचाने के लिए टॉवर चौक पर चलाया हस्ताक्षर अभियान
उज्जैन, अग्निपथ। भाजपा के मंत्री मोहन यादव सिंहस्थ की जमीन को हथियाकर करोड़ों रुपए के वारे न्यारे करना चाहते हैं। उक्त आरोप जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता अजीत सिंह ने टावर चौक पर सिंहस्थ की जमीन बचाने के लिए चलाए हस्ताक्षर अभियान को संबोधित करते हुए लगाए।
उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा के महापौर जनता के घरों को तोडक़र सडक़ चौड़ीकरण का काम कर रहे हैं। उनकी जमीन से उन्हें ही बेदखल किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ मंत्री मोहन यादव सिंहस्थ के महत्व की जमीन को मास्टर प्लान में आवासीय करवा कर जमीन कम कर रहे हैं। बहुत सीधा सा मतलब है करोड़ो के वारे न्यारे करना चाहते हैं।
अजीतसिंह ने कहा कि सिंहस्थ जहाँ भी लगता है नदी के किनारे ही लगता है। उज्जैन में नदी किनारे कालोनी बना रहे है और सिंहस्थ को कहा ले जाएंगे पता नही। लोग सिंहस्थ अतिक्रमण के नाम पर हैरान परेशान हैं जब वे सुनते ही कि खाली पड़े खेत अब आवासीय हो गए है तो वो अपने आपको ठगा महसूस कर रहे है। वहीं उज्जैन-इंदौर के बड़े भूमाफिया मंत्री मोहन यादव की शरण में खूब लाभ कमा रहे है।
कांग्रेस नेता अजीतसिंह एवं शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया के नेतृत्व में चलाये अभियान में अजीतसिंह ने आरोप लगाया कि मोहन यादव के साथ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी इस खेल में शामिल है, बारगेनिंग करने के लिए अधिसूचना जारी होने के एकदिन पहले शिवराज ने कहा कि हम सिंहस्थ की एक इंच जमीन भी नही लेंगे और जैसे ही कमीशन तय हुआ अधिसूचना जारी हो गई।
आपने कहा कि कांग्रेस सरकार बनते ही सबसे पहले मास्टर प्लान को संशोधित करेंगे। शहर कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदोरिया ने कहा कि सिंहस्थ धार्मिक आस्था का पर्व है जमीनों के इस बड़े घोटाले से जनता आक्रोशित है। इसीलिए सिंहस्थ भूमि बचाव आंदोलन के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया है।
इस दौरान कांग्रेस नेता रवि राय, सुनील कछवाय, विक्की यादव, राजेश तिवारी, ऋतु राज चौहान, लालचंद भारती, हेमंत गोमे, ललित मीना, ललित लुल्ला, निलेश खुले, मजिद लाला, धर्मेंद्र ठाकुर, अनुराग ठाकुर, बंटी वशिष्ठ, जगदीश रघुवंशी, विक्की भदोरिया, भरत पोरवाल, माया मालवीय, सतीश मरमट, ललित सेठी, आशीष ठाकुर, यश चौहान, राजू कप्तान, सुरेश वास्निक आदि उपस्थिति थे। इस दौरान बड़ी संख्या में शहरवासियों ने भाजपा सरकार के मंत्री और नेताओं से सिंहस्थ की जमीन को बचाने के लिए हस्ताक्षर किये।