एमवाय चौकी पर पदस्थ हेडकांस्टेबल के खिलाफ थाने पहुंचे एंबुलेंसकर्मी
इंदौर, अग्निपथ। नागदा में रेल हादसे में मारे गए एक युवक के शव को एंबुलेंस से ले जाने के मामले में पुलिसकर्मी ने रुपए वसूल लिए। पुलिसकर्मी एमवाय अस्पताल की चौकी पर ही पदस्थ है। पुलिसकर्मी ने इंदौर से नागदा शव ले जाने के लिए डॉक्यूमेंट तैयार करने के बदले पैसा मांगा। वहीं एंबुलेंसकर्मी से भी अभद्रता की। यहां एंबुलेंस कर्मियों ने संयोगितागंज थाना टीआई को लिखित शिकायत की है।
एमवाय चौकी पर पदस्थ हेड कांस्टेबल दिनेश यादव को लेकर अमन प्रजापत निवासी लोकनायक नगर ने लिखित शिकायत संयोगितागंज टीआई तहजीब काजी से की है। अमन के साथ यहां अन्य एंबुलेंसकर्मी भी पहुंचे थे। अमन ने बताया कि नागदा में रेल हादसे में दीपक कहार घायल हुआ था।
पहले उसे उज्जैन और वहां से इंदौर भेजा गया। यहां दीपक की मौत हो गई। इसके बाद शव को गंगापुर सिटी राजस्थान ले जाने के लिये परिजनों ने अमन की एंबलुेंस नंबर एमपी09टीए6300 बुक की थी। हेड कांस्टेबल दिनेश यादव को पोस्टमार्टम के डॉक्यूमेंट तैयार करने थे। ताकि रास्ते में किसी तरह की परेशानी न आए।
अमन ने बताया कि जब वह एंबुलेंस लेकर पोस्टमार्टम कक्ष में पहुंचा तो वहां दिनेश यादव ने उसकी एंबुलेंस नहीं जाने दी। बाद में शव को गाड़ी में रखने के चलते रुपए मांगे। परिवार ने 5 सौ रुपए दिए तभी दिनेश ने शव को अंदर रखने दिया। टीआई तहजीब काजी ने उक्त मामले में जांच की बात कही है।
बालाजी एंबुलेंस संचालक का भी नाम
टीआई तहजीब काजी से की गई शिकायत में बताया गया कि बालाजी एंबुलेंस के नाम से भी एमवायएच चौकी से निजी एंबुलेंस संचालित होती है। एंबुलेंसकर्मियों का आरोप है कि दिनेश यादव बालाजी एंबुलेंस एजेंसी को फायदा पहुंचाते हें। यह एजेंसी दीपक की बताई जाती है। कुछ दिनों पहले दीपक और अफसर खान के बीच यहां विवाद हो चुके हैं।
इसके चलते पुलिस ने दोनों पक्षों पर केस दर्ज किया था। इसके बाद टीआई ने दोनों को ही एमवाय अस्पताल के आसपास ना घूमने की हिदायत दी थी। पुलिस ने अफसर खान पर रासुका की कार्रवाई भी की गई थी। लेकिन दीपक ने फिर से यहां मरीजों और उनके परिजनों से एंबुलेंस के नाम पर अवैध वसूली का काम शुरू कर दिया।