*बालोद्यान में फिर से रखें जाए झूला चकरी, बच्चो के मनोरंजन के लिए फिर हो शुरू*
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पेटलावद। आईएएस एवं एसडीएम शिशिर गेमावत द्वारा प्रत्येक मंगलवार को की जा रही जन सुनवाई का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। तीसरे मंगलवार को स्थानीय जनपद सभा हाल में आयोजित की गई जनसुनवाई में 19 लोगों के द्वारा अपनी समस्याएं सुलझाने हेतु आवेदन पत्र सौंपे। शिकायतकर्ताओ द्वारा जहां अपनी अलग-अलग समस्याएं रखते हुए आवेदन दिये गये, जिनका संबंधित विभाग को निराकरण के लिए त्वरित रूप से पोर्टल पर दर्ज कर आवेदन संबंधित विभाग को सौंपा गया। जनसुनवाई में तहसीलदार जितेन्द्र अलावा, नायब तहसीलदार जीएस वर्मा सहित अनुवाभ के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
*बालोद्यान का मामला पहुंचा जनसुनवाई मे*
नगर परिषद पेटलावद लगातार अपने कामकाज को लेकर विवाद और सुर्खियों में रहती है। लगभग 2 माह पूर्व पेटलावद के वार्ड क्रमांक 5 में अस्पताल परिसर के निकट बालोद्यान में रखी हुई नाव, झूला, चकरी और अन्य सामान को रात में तोड़फोड़ करने और अफरा-तफरी करने के समाचार स्थानीय मीडिया में प्रकाशित किए गए थे और प्रत्यक्षदर्शियों के द्वारा भी इन सामानों को हटाकर हेरफेर करने और हरे वृक्षों को काटने की शिकायतें की गई थी जिस पर एसडीएम शिशिर गेमावत के द्वारा दिनांक 16/12 /2020 को एक आदेश जारी करते हुए नगर परिषद पेटलावद को निर्देशित किया था कि स्थानीय बालोद्यान की भूमि में रखे हुए झूले ,चकरी, नाव आदि के सामान को यथावत रखा जावे एवं इस संपत्ति की किसी भी अफरा तफरी की समस्त जिम्मेदारी निकाय की होगी।
*एसडीएम के आदेश की उड़ाई धज्जियां*
एसडीएम के आदेश के बावजूद नगर परिषद पेटलावद के द्वारा बालोद्यान में रखी हुई झूला, चकरी ,नाव आदि को वहां से हटा दिया गया और वृक्षों को भी काटा गया । इसके अलावा नगर परिषद में गत दिनों 12 जनवरी 2021 को आयोजित की गई बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें बालोद्यान बगीचे की भूमि पर दुकान निर्माण कार्य किए जाने संबंधी प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। वहीं इस प्रस्ताव में यह भी उल्लेख किया गया कि इन दुकानों में नगर के पत्रकारों के लिए पत्रकार भवन भी बनाया जाए। यह पूरा मामला स्थानीय नगर के पत्रकारों के संज्ञान में आने के बाद अब पत्रकारों में रोष है । इसी के चलते पेटलावद के पत्रकार हरीश राठौड़ के द्वारा मंगलवार को आयोजित हुई जनसुनवाई में एक आवेदन पत्र एसडीएम गेमावत व तहसीलदार अलावा को सौंपते हुए शिकायत की है कि नगर में पत्रकारों के बैठने के लिए पूर्व से ही तहसील परिसर में पत्रकार भवन बना हुआ है, इसलिए नगर परिषद के द्वारा जो पत्रकारों को बैठने के लिए पत्रकार भवन बनाने का प्रस्ताव पारित किया जा रहा है , उसमें पेटलावद के किसी भी पत्रकार के द्वारा इस भवन की मांग नहीं की गई है। साथ ही नगर परिषद के द्वारा पत्रकारों की सहमति से यह प्रस्ताव पारित किया है जिसे निरस्त किया जाए।
*भौतिक सत्यापन के बाद फिर से चालू हो बगीचा*
पत्रकार हरीश राठौड़ के द्वारा जनसुनवाई में दिए गए आवेदन में यह भी उल्लेखित किया गया है कि नगर परिषद के रिकॉर्ड में बालोद्यान की भूमि इसी मद में दर्ज है । वही वर्षों पूर्व इस पर शासन द्वारा लाखों रुपए खर्च कर झूले, चकरी नाव आदि लगाए गए थे और इसके संबंध में एसडीएम के द्वारा दिनांक 16/ 12 /2020 को इस सामान को यथावत रखने का आदेश भी जारी किया था लेकिन नगर परिषद ने एसडीएम के आदेश का उल्लंघन करते हुए सभी सामान वहां से हटा दिया गया है। इसलिए नगर परिषद को इस बाबत निर्देशित किया जाए की झूला ,चकरी आदि सभी सामान वापस बालोद्यान में रखा जाए। उक्त सामान का भौतिक सत्यापन किया जाए, साथ ही जनहित में और जनता के मनोरंजन के लिए सार्वजनिक रूप से इस बालोद्यान को खोलते हुए पुनः शुरू किया जाए।
*पत्रकारों के नाम पर किया दुष्प्रचार*
वही नगर परिषद के द्वारा एसडीएम के आदेश का उल्लंघन किया गया है। उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग अपने आवेदन में की गई है । इस तरह से नगर हित में अब तक पेटलावद के पत्रकार सिर्फ अखबारों में खबरों के माध्यम से जनता के हितों की लड़ाई लड़ रहे थे। वही पत्रकारों के नाम पर बाजार में दुष्प्रचार करने और पत्रकार भवन बनाकर दुकाने निर्माण करने का जो प्लान नगर परिषद ने बनाकर जनता और प्रशासन को गुमराह करते हुए पत्रकारों का नाम अपने हितों को साधने के लिए किया है जिससे पत्रकारों के सम्मान को ठेस पहुंची है ओर स्थानीय पत्रकारों में रोष होने के साथ ही अब नगर परिषद के खिलाफ पत्रकारों के द्वारा कार्रवाई की मांग भी की जा रही है। देखना यह होगा कि प्रशासन , राजनीति , परिषद और पत्रकारों के बीच जनता के हित की लड़ाई मे अब जनता किसके साथ खड़ी दिखाई देगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा किन्तु चौथे स्तंभ के कंधों को बदनाम कर खुद के फायदे करने की जो रणनीति अध्यक्ष मनोहर भटेवरा ने अपनाई है उस पर इस जनसुनवाई में दिए गए आवेदन से ब्रेक लगने की सम्भावना बढ़ गयी है। स्थानीय पत्रकार हमेशा नगरहित में अपनी कलम चलाती है और चलाती– रहेगी। यह मोटा भाई ओर जिम्मेदार पार्षदों को नही भूलना चाहिए।
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