उज्जैन, अग्निपथ। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अन्तर्गत शुक्रवार 8 दिसम्बर को शासकीय कालिदास कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हर जगह बालिकाओं को समान प्रतिनिधित्व मिले विषय पर युवा संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास साबिर अहमद सिद्धिकी ने बताया कि सभी बालिकाओं को अपना-अपना जीवन की दिशा चुनने का अधिकार है। राज्य स्तर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अन्तर्गत बालिका लिंगानुपात बढ़ाने हेतु निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। इन प्रयासों से लिंक विभेदीकरण में कमी आ रही है। बालिकाओं की शिक्षा, उनकी सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के लिये विभाग द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं।
श्री सिद्धिकी ने बताया कि वर्तमान में हर क्षेत्र में बालिकाएं आगे बढ़ रही हैं और उनके साथ किसी भी प्रकार के भेदभाव न हो एवं वे सुरक्षित रहें। पॉक्सो एक्ट के नवीन प्रावधानों से सभी बालिकाओं को अवगत करवाया गया। युवा संवाद कार्यक्रम में स्वाधार गृह की संचालिका ने उपस्थित बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन बहुत ही अमूल्य है। इसे यूं ही व्यर्थ न गवायें और अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिये निरन्तर बेटियां प्रयास करें। जिन बेटियों ने शादी के बाद आगे शिक्षा पूरी करने हेतु कॉलेज में दाखिला लिया है, वे अपने कैरियर एवं परिवार में सामंजस्य बनाये रखने पर जोर दिया।
आज अकेली नहीं हैं बेटियां-गुप्ता
महाविद्यालय के प्राचार्या डॉ.वन्दना गुप्ता ने बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बालिकाओं की पहले और आज की स्थिति में काफी बदलाव आया है। आज बेटियां अकेली नहीं हैं। जब हम बेटियों के अधिकार की बात करते हैं तो उनके कर्त्तव्यों के बारे में भी बात करना चाहिये। युवा संवाद प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रही बालिकाओं को स्मृति चिन्ह भेंट अतिथियों के द्वारा किये गये। इस अवसर पर बेटी बचाओ विषय पर नाटक की प्रस्तुति बालिकाओं द्वारा दी गई। कार्यक्रम का संचालन परिवीक्षा अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी ने किया और अन्त में आभार राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. कविता जैन ने प्रकट किया।