झालरिया मठ में रोज सुबह-शाम होंगे कई धार्मिक आयोजन
उज्जैन, अग्निपथ। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती जी 21 से 23 दिसंबर तक उज्जैन में पधार रहे हैं। सनातन धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु अनन्तश्री विभूषित ऋग्वेदीय पूर्वाग्मनाय गोवर्द्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु श्री शंकराचार्य के आगमन पर झालरिया मठ में कई धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये हैं।
आयोजन समिति से जुड़े पीठ परिषद आदित्य वाहिनी, श्री शंकराचार्य स्वागत सत्कार समिति के पं. सुधीर चतुर्वेदी, पं. नितिन शर्मा, पं. विशाल शर्मा, पं. रजनीश जोशी ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती जी प्रति वर्ष गीता जयंती पर इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होते हैं और उसके पहले वे उज्जैन पधारते हैं। श्री महाकालेश्वर मदिर प्रबंध समिति के सहयोग से उज्जैन में शंकराचार्य जी के धार्मिक आयोजनों की रुपरेखा तैयार होती है। इस बार भी श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति अध्यक्ष कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के सहयोग से आयोजन की रुपरेखा को अंतिम रुप दिया गया है। इस बार शंकराचार्य जी ने 21 से 23 दिसंबर तक का समय उज्जैन के लिए दिया है। तीनों दिन के धार्मिक आयोजन श्री झालरिया मठ नरसिंहघाट पर आयोजित किये गये हैं।
तीन दिन यह कार्यक्रम आयोजित
21 दिसंबर को सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक हिंदू राष्ट्र संगोष्ठी एवं प्रश्नोत्तरी होगी। शाम को 5 से 7 बजे तक विद्वत गोष्ठी, आशीर्वचन एवं प्रवचन होगे। 22 दिसंबर को भी सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक हिंदू राष्ट्र संगोष्ठी एवं प्रश्नोत्तरी तथा शाम को 5 बजे से विशाल धर्मसभा एवं वैदिक बटुक सम्मेलन होगा। 23 दिसंबर को सुबह 11 से 1 बजे तक हिंदू राष्ट्र संगोष्ठी, प्रश्नोत्तरी एवं प्रेस वार्ता होगी। शाम चार बजे श्री शंकराचार्य इन्दौर के लिए प्रस्थान करेंगे।
प्रशासन ने कमान संभाली
पं. रजनीश जोशी ने बताया कि शंकराचार्य जी का प्रोटोकाल कार्यक्रम मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश सरकार को मिल चुका है और वहां से जिला प्रशासन तक भी पहुंच गया है। उनके आगमन की तैयारी में प्रशासनिक अमला एडीएम के मार्गदर्शन में जुट गया है। 21 दिसंबर को सुबह श्री शंकराचार्य उज्जैन पधारेंगे और प्रोटोकाल के मुताबिक उन्हें झालरिया मठ में विश्राम की व्यवस्था की गई है।
बिना स्वीकृति आमंत्रण पत्र में मंदिर समिति के नाम पर आपत्ति, प्रशासक ने थाने में दिया शिकायती पत्र
श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के नाम से एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए बांटे गए आमंत्रण पत्र को लेकर मंदिर प्रशासक ने आपत्ति जताई है। बताया गया है कि तीन दिवसीय आयोजन में मंदिर समिति के अधिकारी व सदस्यों के नाम छाप कर आमंत्रण पत्र का वितरण किया है। जबकि मंदिर समिति से इस संबंध में कोई स्वीकृति नही ली गई।
मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संबंधित को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के साथ ही महाकाल थाना प्रभारी को जांच कर आगामी कार्यवाही करने के लिए पत्र दिया है। मंदिर प्रबंध समिति शंकराचार्य महाराज के कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र के मुद्रण व वितरित करने के विषय का पूर्णत: खंडन किया है।
आयोजकों ने माफी मांगी
आमंत्रण पत्र में आयोजकों ने खेद व्यक्त करते हुए महाकाल मंदिर प्रशासक के नाम पत्र लिखा हैँ और कहा है कि भावावेश व अति उत्साह में त्रुटि हो गई थी आगे से ध्यान रखा जाएगा। आदित्य वाहिनी की ओर से जारी इस पत्र में कहा गया है कि यह सिर्फ भावावेश में उठाया गया कदम हैं। महाकाल मंदिर या समिति की छबि धूमिल नहीं की गई है।